कैजुअल्टी में चिकित्सकों से जब सतीश सिंह ने बात-चीत की, तो चिकित्सकों ने कहा : भरती होने का पैसा जमा करायें, इसके बाद इलाज होगा. इसी बात पर विवाद बढ़ गया और पहले प्राथमिक इलाज करने की बात सतीश सिंह की डॉ धनंजय रजक व डॉ सुरेंद्र कुमार के साथ बकझक हो गयी.
सतीश सिंह का कहना है कि चिकित्सकों ने उनके साथ इलाज करने की बजाय मारपीट की, जिसके बाद विरोध में सतीश के साथ आये लोगों ने भी कैजुअल्टी के चिकित्सकों के साथ मारपीट की और कार्यालय का कंप्यूटर, रजिस्टर, टेलीफोन आदि क्षतिग्रस्त कर दिया. घटना के बाद सतीश सिंह सेक्टर चार थाना आये और बीजीएच में भरती नहीं करने की बात कही. सेक्टर चार थानेदार श्री सिंह को लेकर बीजीएच गये, तब तक बीजीएच के सभी चिकित्सक सीएमएस के साथ अस्पताल पहुंचकर मारपीट की घटना का विरोध करने लगे. पुलिस के आग्रह पर सतीश को सीसीयू में भरती किया जा रहा था, समाचार लिखे जाने तक सतीश बीजीएच में भरती होने को तैयार नहीं हुआ. घटना की सूचना पाकर पूर्व विधायक समरेश सिंह, सिटी डीएसपी व पुलिस बल मौके पर पहुंची.