बोकारो: भारतीय थल सेना में विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए प्रमाण पत्र बनवाने आये युवाओं ने डीसी कार्यालय और चास ब्लॉक में खूब हंगामा किया. दिन भर युवाओं ने डीसी कार्यालय में शोर मचाया, नारे लगाये और अधिकारियों के चेंबर के पास से हटे नहीं. सबसे ज्यादा हंगामा उन युवाओं ने मचाया जिन्हें अविवाहित प्रमाण पत्र देने में प्रशासन असमर्थ था. हालात बिगड़ते देख सिटी थाना प्रभारी रामोद सिंह को पूरे दल-बल के साथ बोकारो समाहरणालय आये. बड़ी मुश्किल से छात्रों पर काबू पाया जा सका. पुलिस ने कतार बना स्थायी प्रमाण पत्र छात्रों के बीच वितरण करना शुरू किया.
अविवाहित प्रमाण पत्र देने में प्रशासन ने जतायी असमर्थता
दरअसल बोकारो स्टील सिटी से सटे ऐसे क्षेत्र, जो न तो चास नगर परिषद में आते हैं और न ही ग्राम पंचायत में, उन इलाके के युवाओं को अविवाहित प्रमाण पत्र देने से प्रशासन असमर्थता जता रहा था. प्रशासन का कहना था : उन्हीं छात्रों को प्रमाण पत्र मिल सकता है, जिनके बारे में उनकी पंचायत के मुखिया या फिर वार्ड सदस्य सत्यापित कर दें कि वो अविवाहित हैं. माराफारी थाना और बालीडीह थाना में आने वाले ऐसे करीब 50 गांव और कस्बे हैं, जहां न तो मुखिया ही है और न ही वार्ड पर्षद. ऐसे में छात्रों को अविवाहित प्रमाण पत्र सत्यापित करने वाला इस इलाके में कोई नहीं. कुछ छात्रों ने कोर्ट में एफिडेफिट कर अविवाहित प्रमाण पत्र बनाया, पर सेना ने उस प्रमाण पत्र को मान्यता नहीं दी. छात्रों का कहना था सेना के जवानों ने प्रमाण पत्र फाड़ कर फेंक दिये.
बांटी गयी चिट्ठी की छायाप्रति
इधर डीडीसी श्री राम तिवारी ने मामले के निबटारे के लिए डीसी के ओएसडी संदीप कुमार को बुलाया. तत्काल गोपनीय शाखा से चिट्ठी निकाली गयी. इसमें उल्लेख किया गया कि गैर पंचायती राज और गैर नगर परिषद में आने वाले छात्रों के अविवाहित प्रमाण पत्र का सत्यापन सीओ अपने कर्मचारी से कराये. चिट्ठी निर्गत कर उसकी छाया प्रति छात्रों के बीच बांटी गयी. इसके बाद सभी छात्रों ने एक साथ चास ब्लॉक में धावा बोला.
चास ब्लॉक में छात्रों ने शीशे तोड़े
डीसी कार्यालय में हंगामा के बाद सारे छात्र चास ब्लॉक में जमा हुए. प्रशासन की चिट्ठी लेकर सभी ने सीओ चेंबर पर धावा बोला. उन्हें पूरी प्रक्रिया समझाने में चास ब्लॉक कर्मियों के पसीने छूट गये. करीब दो घंटेतक छात्रों ने जम कर बवाल काटा. ब्लॉक में शीशे भी तोड़ डाले. काफी मशक्कत के बाद उन्हें समझाया गया कि उनके घर पर पंचायत सेवक आयेंगे और सत्यापन करेंगे. इसके बाद अविवाहित प्रमाण पत्र निर्गत किया जायेगा.