सिविल सजर्न डॉ एसबीपी सिंह ने गुरुवार को सीएस कार्यालय में बताया : जिले में चल रहे निजी अस्पतालों व नर्सिग होम में लापरवाही बरतने की जानकारी मिल रही है. सोमवार से ऐसे अस्पतालों का निरीक्षण करेंगे, जिन्हें औपबंधिक प्रमाण पत्र जारी किया गया है.
इस दौरान संस्थान में क्लिनिकल इस्टैब्लीस्टमेंट एक्ट के तहत उपलब्ध रहने वाले मानकों की जांच की जायेगी. अगर सब कुछ सही रहा तो आगे का स्थायी प्रमाण पत्र दिया जायेगा, अन्यथा संस्थान की मान्यता रद्द कर दी जायेगी. आवेदन के आधार पर साल भर का औपबंधित निबंधन दिया गया है. स्पॉट वैरीफिकेशन के आधार पर ही स्थायी रूप से निबंधन मिलेगा.