जैनामोड़: जरीडीह प्रखंड क्षेत्र के बारू पुरानी मसजिद के सामने मंगलवार की रात जलसा का आयोजन हुआ. अंजुमन फलाउल मुसलेमीन पुरानी जामा-ए-मसजिद के सौजन्य से आयोजित इस कार्यक्रम में अन्य संप्रदाय के भी काफी संख्या में लोगों ने भाग लिया. रात भर नाद, कलमा, शेर, शायरी व तकरीर प्रस्तुत किये गये.
मुख्य रूप से मौलाना ताहिर इसैन गायवी ने अपनी तकरीर में कहा कि कुरान को पढ़ने वाले उसमें लिखी गतों को अगर अमल करें तो वे न केवल अपना बल्कि दूसरे की इबादत भी गढ़ने के काबिल हो सकते हैं.
मौलाना कपिल अशरफ अखनवी ने कहा कि कोई मजहब आपस में बैर रखना नहीं सिखाता है. आयोजन में हबीमुल्लाह अंसारी, लाल मिस्टर अंसारी,सवीर अहमद, समशुल अंसारी, नेजाम अंसारी, अकबर, लुकमान आदि की अहम भूमिका रही.