बोकारो: चुनाव आयोग ने बोकारो के डीडीसी डॉ संजय कुमार सिंह द्वारा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक विनोद कुमार की पिटाई के मामले में जांच का निर्देश दिया है. बोकारो डीसी उमाशंकर सिंह ने मामले की जांच प्रारंभ कर दी है.
दो वर्ष आठ महीने ही हुए डॉ संजय के बोकारो में
बोकारो डीडीसी डॉ संजय कुमार पर वर्षो से विभिन्न पदों पर बने रहते हुए स्थानांतरण नहीं किये जाने के आरोप को नकार दिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि चुनाव आयोग की ओर से 31 जनवरी 2015 को कटऑफ डेट तय किया गया था. अगर 31 जनवरी 2011 से इस अवधि के बीच लगातार तीन साल कोई व्यक्ति एक ही जगह रहता है, जब स्थानांतरण का मामला बनता है, लेकिन डॉ संजय के बोकारो में दो वर्ष आठ महीने ही हुए हैं. मालूम हो कि बोकारो में डीडीसी के अलावा एसडीओ और एसी का पदभार डॉ संजय को सौंपा गया था. इससे संबंधित रिपोर्ट भी चुनाव आयोग को प्रेषित कर दिये गये हैं.
क्या है मामला
जिला प्रशासन द्वारा 12 दिसंबर को स्वीप के तहत सेक्टर चार स्थित मोहन कुमार मंगलम स्टेडियम में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम के दौरान विनोद कुमार मतदाता जागरूकता मंच की ओर से परचा बांट रहे थे. वहां डीडीसी ने अंगरक्षकों के साथ मिल कर उसकी पिटाई करने के बाद उसे पुलिस कौ सौंप दिया था. एफआइआर दर्ज नहीं होने पर पुलिस ने युवक को छोड़ दिया था.
चुनाव आयोग से की थी शिकायत
भाजपा नेता संजय सिंह ने अखबारों की कतरन के साथ चुनाव आयोग से डीडीसी के खिलाफ शिकायत किया था. भाजपा नेता ने डीडीसी के वर्षो से बोकारो में विभिन्न पदों पर बने रहने पर भी सवाल उठाया था.