बोकारो: सेल के निगमित अनुसंधान केंद्र आरडीसीआइएस ने भिलाई इस्पात संयंत्र के साथ मिलकर एक विशिष्ट भूकंप रोधी इस्पात तैयार किया है.
जिसकी यील्ड क्षमता उसके परम तन्यता क्षमता से लगभग 0.8 गुनी है. जो भूकंप के तीव्र झटकों को भी आसानी से ङोल सकता है और इससे कम क्षति होगी.
सेल के अधिकारी ने बताया कि भूकंपरोधी इस्पात का कोई मापदंड पहले नहीं था लेकिन वर्तमान में आरडीसीआइएस की अगुवाई में एक नये मानदंड आइएस 15692: 2012 के रूप में स्थापित हुआ है. जो कि भारतीय मानक ब्यूरो (बीआइएस) द्वारा 2012 में स्वीकृत हो चुका है. यह निर्माण क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगा. इस विशिष्ट इस्पात उत्पाद की मांग विदेशों में अधिक है और पहली खेप जर्मनी के लिए निर्यात हुई है. भूकंपरोधी छड़ एवं सरिया के लिए मानक आइएस 1786 में सुधार कर दो नये ग्रेड इजाद किये गये हैं जो एफई 415 एस एवं एफई 500 एस है.
भूकंपरोधी टीएमटी सरिया बिलकुल सामान रूप से फैलती है तथा उसमें यील्ड क्षमता एवं परम तन्यता क्षमता का अनुपात कम रहता है. सरिया के विभिन्न व्यासों के लिए प्रचालन तकनीक एफइ 415 एस के लिए विकसित कर ली गयी है तथा एफई 500 एस के लिए नवंबर 2014 में होगी. सेल दोनों उत्पादों को जनवरी 2015 में बाजार में उतारेगी.