केंदुआ : आर्थिक तंगी और पति संतोष कुमार वर्णवाल (56) की बीमारी से परेशान नीलम देवी (46) ने अपने दो बच्चों के साथ शनिवार की रात विभिन्न दवाओं का मिश्रण बना कर खा लिया. इसने जहर का काम किया. बेटी प्रतिभा (22) और बेटे गौरव कुमार उर्फ गोलू (13) की मौत हो गयी. जबकि खुद नीलम देवी की हालत चिंताजनक बनी हुई है. प्रतिभा की मौत मौके पर ही हो गयी थी.
जबकि गोलू ने रविवार की शाम पीएमसीएच में दम तोड़ा. घटना केंदुआडीह थाना क्षेत्र की कुस्तौर 10 नंबर कोलियरी के निकट की है. नीलम देवी ने इस बात की भनक अपने पति को नहीं लगने दी.
रविवार की सुबह आठ बजे तक जब नीलम देवी के कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो परिजनों को चिंता हुई. लगभग 8:30 बजे पड़ोसियों के सहयोग से अंदर से बंद लोहे के दरवाजे को तोड़ा दिया गया. प्रतिभा मृत पायी गयी. जबकि बेहोशी की हालत में मृतका की मां और भाई को आनन-फानन में पीएमसीएच ले जाकर भरती कराया गया. संतोष कुमार वर्णवाल (56) गोमो के रहने वाले हैं. कुस्तौर 10 नंबर कोलियरी इलाके में उनकी ससुराल है. उन्होंने बताया कि वह मेघदूत सिनेमा मार्केट फुसरो में किराना की दुकान चलाते थे, जो विफल हो गयी.
इसी बीच उन्हें सुगर और किडनी में बीमारी का पता चला. पैसे के अभाव में अच्छे अस्पताल में इलाज नहीं करा पाने के कारण उनका पूरा परिवार डिप्रेशन में रहता था. एक साल पहले उन्होंने पत्नी, पुत्री व पुत्र को कुस्तौर 10 नंबर स्थित अपने ससुराल भेजा दिया. छह महीने बाद वह भी आ गये और अपना इलाज धनबाद स्थित एक निजी क्लिनिक में करा रहे हैं.
आर्थिक तंगी व डिप्रेशन कारण : पुलिस
घटना की जानकारी मिलते ही बैंकमोड़ इंस्पेक्टर मो अलीमुद्दीन, केंदुआडीह थानेदार आरके यादव, एएसआइ भरत सिंह व रामाशीष प्रसाद पुलिस बल के साथ घटनास्थल पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. बैंक मोड़ इंस्पेक्टर मो अलीमुद्दीन ने बताया कि प्रथम दृष्टया घटना की वजह आर्थिक तंगी व डिप्रेशन मालूम होता है. संतोष कुमार वर्णवाल की ससुराल में तीन साले वीरेंद्र वर्णवाल, इंद्र कुमार और शेखर और सास उर्मिला देवी हैं. ससुर रघुनाथ लाल की मौत कैंसर से हो चुकी है. सब साथ में रहते थे. इंद्र कुमार भूली जोनल ट्रेनिंग स्कूल में काम करते हैं.