बोकारो: सीसीआर (कॉन्फिडेंसियल कैरेक्टर रिपोर्ट)ऑन लाइन होने के बाद बीएसएल अधिकारियों में उत्साह है. ऑनलाइन हो जाने के बाद करीब-करीब अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट देखी. सीसीआर से सेल अधिकारी अब अपनी तरक्की का ग्राफ खुद देख सकेंगे.
हर दिन जान सकेंगे कि उनके वरीय अधिकारी उन्हें उनके काम के एवज में कितना नंबर दे रहे हैं. इसे इसलिए भी लागू किया है ताकि अधिकारी यह जान सके कि वो कहां कमजोर हैं और कहां मजबूत? यह जान सकें कि उन्हें किस दिशा में कितना काम करना है. सेल प्रबंधन इस पहल के बाद अधिकारियों को साफ संदेश देना चाहता है कि वह अपने हर काम में दक्ष रहें. उन्हें अलग से बताया नहीं जाये कि वह किस काम में निपुण नहीं है.
पीआरपी को लेकर भ्रम खत्म होगा : सीसीआर (कॉन्फिडेंसियल कैरेक्टर रिपोर्ट) को काफी अहम माना जाता है. यह रिपोर्ट सिर्फ प्रमोशन के लिए ही नहीं बल्कि सेल अधिकारियों को पीआरपी मिलने का भी पैमाना है.
अधिकारियों को पीआरपी भुगतान कितना करना है, यह प्रबंधन सीसीआर रिपोर्ट पर ही तय करता है. सीसीआर ऑनलाइन होने से पहले अधिकारियों के बीच यह भ्रम ही बना रह जाता था कि आखिर उनके समकक्ष को ज्यादा पीआरपी की राशि क्यों मिली है? अब अधिकारी समझ सकेंगे कि आखिर क्यों उन्हें कम पीआरपी का भुगतान किया गया है.
सिर्फ आप ही देख सकेंगे अपनी रिपोर्ट : ऐसा नहीं है कि सीसीआर ऑनलाइन हो जाने के बाद हर कोई किसी की कॉन्फिडेंसियल कैरेक्टर रिपोर्ट देख सकेगा. हर रिपोर्ट अपनी आइडी से लॉग इन करने के बाद ही देखा जी सकेगी. जिस नाम पर आइडी होगा, उसी अधिकारी की रिपोर्ट इस आइडी से देखी जा सकती है.