फुसरो: सीसीएल ढोरी प्रक्षेत्र अंतर्गत एएएंडडीओसीएम परियोजना की बंद पुरनाटांड़ खदान के विस्तारीकरण को लेकर गुरुवार को चपरी रेस्ट हाउस में प्रशासन, प्रबंधन और रैयतों की त्रिपक्षीय बैठक हुई. रैयतों की जमीन का सत्यापन जल्द कर खदान चालू करने पर विचार-विमर्श किया गया. बेरमो एसडीएम प्रेम रंजन ने कहा कि खदान चालू करने में किसी रैयत के साथ अन्याय नहीं होने देंगे. जमीन के सत्यापन के बाद प्रबंधन तय करे कि खदान कब चालू करना है. रैयतों को मुआवजा व नौकरी कंपनी की आरआर पॉलिसी के अनुसार दे. रैयतों की जमीन के सत्यापन में आ रही बाधा को दूर करने के लिए लगातार प्रबंधन व रैयतों के साथ बैठक की जा रही है.
पुरनाटांड़ के विस्थापितों की गैरमजरूआ व रैयती जमीन का सत्यापन एक सप्ताह के अंदर बेरमो सीओ द्वारा कर लिया जायेगा. एक से तीन दिसंबर तक गैर मजरूआ और छह व सात दिसंबर को रैयती जमीन का सत्यापन करने के बाद विस्थापितों व प्रबंधन को रिपोर्ट सुपूर्द कर दिया जायेगा. इसके बाद विस्थापितों को उनका अधिकार प्रबंधन से दिलवाने का प्रयास होगा.
ढोरी जीएम एमके राव ने कहा कि जमीन सत्यापन के बाद विस्थापितों को उनका अधिकार दिया जायेगा. लेकिन जमीन सत्यापन के बाद खदान का विस्तारीकरण शुरू किया जायेगा. कुछ कमियां रह जाती है तो माइंस विस्तार के साथ-साथ पूरा कर लिया जायेगा. विस्थापित घर पीछे नौकरी की मांग कर रहे हैं, जबकि यह प्रावधान बंद कर दिया गया है. पूर्व में 58 प्लस 12 लोगों को घर पीछे नियोजन दिया गया था. इसकी जांच सीबीआइ व विजिलेंस स्तर पर की जा रही है. गलत तरीके से नियोजन लेने वालों पर कार्रवाई होगी. दो एकड़ जमीन के बदले नौकरी दी जायेगी. विस्थापितों को सारी सुविधाएं उपलब्ध करा कर शिफ्ट कराया जायेगा. पीओ पीएन यादव ने कहा कि विस्थापित भी सीसीएल परिवार का सदस्य हैं, उन्हें दरकिनार नहीं किया जा सकता है.
मौके पर बेरमो एसडीएम, ढोरी जीएम एमके राव, बोकारो डीएमओ गोपाल दास, बेरमो सीओ एमएन मंसूरी, बेरमो थाना प्रभारी नोवेल कुजूर, सांसद प्रतिनिधि सुदेश दूबे, विधायक प्रतिनिधि विनोद महतो, धनेश्वर महतो, वार्ड पार्षद कैलाश ठाकुर, एएडीओसीएम पीओ पीएन यादव, एसओपीएंडपी सीके घोष, एसओए सुरेश कुमार सिंह सहित बृजेश कुमार, नीरज मिंदल, गुलाब सिंह, रैयत बासुदेश तुरी, धनेश्वर तुरी, रामचंद्र महतो, त्रिलोक सिंह, कृष्णा भगत, सुभाष सिंह, जीरवा देवी, सुनील सिंह, मोती महतो, रघु तांती, हजारी साव, धनकुमारी देवी, सुनील कुमार महतो, टिंकू मांझी, नान्हू गिरि, बिपति महतो, बोधराम महतो, मदन सोनार, राजेश गुप्ता, अजय दूबे आदि मौजूद थे.
बैठक में रैयतों ने क्या कहा
रैयतों ने कहा कि 20 वर्ष पूर्व भी प्रबंधन के द्वारा नौकरी देने का श्वासन देकर हम लोगों का मकान तोड़ दिया गया था. बदले में हमलोगों को कुछ भी नहीं दिया. कई फर्जी लोगों को नियोजन मिल गया. प्रबंधन जमीन के एवज में सभी विस्थापितों को नौकरी देगा, तभी खदान का विस्तारीकरण करने दिया जायेगा.