बोकारो : गणपत्यथर्वशीर्ष के अनुसार, यो मोदकसहस्त्रेण यजति स वांंछितफलमवाप्नोति… अर्थात भगवान गणेश को मोदक का भोग लगाने वाले व्यक्ति पर वह सदा प्रसन्न रहते हैं और उसके मन की हर इच्छा को पूरा करते हैं. आज 26 जुलाई को दूर्वा गणपति व्रत या सिद्धि विनायक श्री गणेश चतुर्थी व्रत है. यह व्रत सावन में आ रहा है,
इसलिए इसका महत्व और भी बढ़ जाता है. भगवान शिव ने भगवान गणेश को विघ्ननाशक होने का वर दिया. कलयुग में विघ्नविनाशक गणेश शीघ्र फलदाता माने गये हैं. शास्त्रों के अनुसार, गणपति मंगलकारी व सदैव प्रसन्न रहने वाले देव हैं. वह कभी किसी चिंता में नहीं पड़ते और न अपने भक्तों को पड़ने देते हैं. जो व्यक्ति अपना मंगल चाहते हैं, उन्हें प्रेम और श्रद्धा से भगवान गणेश को मोदक का भोग लगाना चाहिए. शास्त्रों में मोदक को ब्रह्म के समान माना गया है. बिना गणेश भगवान की स्तुति के सभी देवी-देवताओं का पूजन अधूरा है. शुभ कार्यों में भगवान गणेश अग्रपूज्य हैं. वह देवों में भी अग्रपूज्य हैं. उन्हें लड्डू बहुत पसंद हैं.