बोकारो: चास-बोकारो के अभिभावक इन दिनों घर का बजट गड़बड़ाने से परेशान हैं. वजह है इस माह 25 हजार रुपये तक का अतिरिक्त खर्च बढ़ गया है. इस माह बच्चों को नयी क्लास में नामांकन कराना है.
किताब-कॉपी खरीदनी है. स्कूल ड्रेस सिलवानी है. घर खर्च अलग है. इस माह अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ने से अभिभावक काफी परेशान हैं. इसके अलावा बोर्ड पास करने वाले छात्रों को उच्च शिक्षा भी देनी है. कई अभिभावक बोकारो में ही बच्चों को उच्च व व्यावसायिक शिक्षा दिलाने की योजना बना रहे हैं.
कहीं लोन तो कहीं कर्ज : सरकारी, गैर सरकारी व निजी संस्थाओं में काम करने वाले अभिभावक अतिरिक्त खर्च को लेकर चिंतित हैं. इसलिए कोई पीएफ लोन ले रहा है, तो कोई को-ऑपरेटिव से लोन के लिये अप्लाई कर रहा है. किसी ने बैंक में आवेदन दिया है, तो कोई मित्र या संबंधी से पैसा के लिए बात कर रहा है. इन दिनों घर-घर की यही कहानी है.