रांची: लंबे इंतजार के बाद शुक्रवार को हुई प्रदेश भाजपा चुनाव समिति की बैठक में महज खानापूर्ति हुई. पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सौदान सिंह पहले ही फीडबैक लेकर दिल्ली जा चुके हैं. उन्होंने समिति की बैठक से एक दिन पहले ही प्रदेश संगठन मंत्री राजेंद्र सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री अजरुन मुंडा, रघुवर दास, सरयू राय समेत अन्य नेताओं के साथ बैठक कर जानकारी ली.
चुनाव समिति की बैठक में सात सीटिंग सीटों के अलावा कोडरमा सीट पर विचार-विमर्श नहीं किया गया. कोडरमा सीट से प्रदेश अध्यक्ष डॉ रवींद्र राय की दावेदारी है. अन्य छह सीटों पर सिर्फ पार्टी के प्राथमिक सदस्यों की ओर से दिये गये आवेदनों पर विचार किया गया. इनमें से एक सीट पर तीन से लेकर सात दावेदारों के नाम शामिल किये गये हैं. समिति की ओर से तैयार किये प्रत्याशियों के पैनल को 13 मार्च से पहले केंद्रीय नेतृत्व के पास भेजा जायेगा. भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति 13 मार्च को प्रत्याशियों की सूची जारी कर सकता है.
इधर कई नेता सीधे तौर पर केंद्रीय नेताओं के संपर्क में हैं. इसमें आइपीएस अरुण उरांव, विमल कीर्ति सिंह, हेमलाल मुमरू समेत कई और नाम शामिल हैं. चुनाव समिति की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय, प्रभारी विनोद पांडेय, यशवंत सिन्हा, रघुवर दास, पीएन सिंह, सुदर्शन भगत, डॉ दिनेशानंद गोस्वामी, सीपी सिंह, राजेंद्र सिंह, सरयू राय, राकेश प्रसाद , दीपक प्रकाश, अनंत ओझा, बालमुकुंद सहाय, सुनील सिंह, अशोक भगत, लुईस मरांडी, ऊषा पांडेय, ब्रजमोहन राम, रामटहल चौधरी शमिल थे.
इन सीटों पर नहीं हुआ विचार
सीट दावेदार
गिरिडीह रवींद्र कुमार पांडेय
राजमहल देवीधन बेसरा
गोड्डा निशिकांत दुबे
हजारीबाग यशवंत सिन्हा
लोहरदगा सुदर्शन भगत
खूंटी कड़िया मुंडा
धनबाद पीएन सिंह
अन्य सीटों पर दावेदार
दुमका : सुनील सोरेन व अन्य
चतरा : सुनील सिंह, प्रदीप वर्मा
रांची : रामटहल चौधरी, सीपी सिंह, सूर्यमणि सिंह, अमर चौधरी
जमशेदपुर : सरयू राय, रघुवर दास, अर्जुन मुंडा व अन्य.
चाईबासा : लक्ष्मण गिलुवा
पलामू : बीडी राम, ब्रजमोहन राम, शिवधारी सिंह, मुख्तयार सिंह
कामेश्वर पहुंचे भाजपा ऑफिस,आवेदन दिया
झामुमो की सदस्यता छोड़ने वाले पलामू सांसद कामेश्वर बैठा ने भाजपा में शामिल होने के लिए आवेदन दिया है. श्री बैठा ने शुक्रवार को भाजपा के प्रदेश कार्यालय में जाकर नेताओं से मुलाकात की. साथ ही पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के लिए आवेदन दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा में टिकट के लिए नहीं आये हैं. टिकट मिले या नहीं, नि:स्वार्थ भाव से पार्टी की सेवा करूंगा. यह पूछे जाने पर कि आखिर झामुमो छोड़ने की वजह क्या है? उन्होंने कहा कि झामुमो अब हेमंत की पार्टी रह गयी है. यहां नेताओं का सम्मान नहीं है. उन्होंने अपनी सीट बचाने के लिए कांग्रेस के साथ पलामू सीट की सौदेबाजी की है. झामुमो में अब शिबू सोरेन का कोई रोल नहीं है. गुरुजी अब अपने पार्टी के सांसद, विधायक को भी नहीं पहचानते हैं. मिलने जाने पर कहते हैं कि कहां से आये हो? क्या काम है? मैं पार्टी का एकमात्र दलित सांसद हूं, फिर भी कोई पूछ नहीं है.मैंने अपने दम पर पलामू संसदीय सीट पर जीत दर्ज की. पार्टी का मान बढ़ाया, लेकिन पार्टी में मेरी कोई कद्र नहीं थी.