रांची/बड़कागांव : हजारीबाग जिले के बड़कागांव प्रखंड के होरम गांव स्थित कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में 12वीं की छात्रा गीता कुमारी की संदेहास्पद मौत हो गयी. परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि गीता ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि पिटाई के कारण उसकी मौत हुई है. परिजन स्कूल की वार्डन संघमित्रा को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे.
वहीं, स्कूल प्रबंधन का कहना है कि छात्रा ने क्लास रूम में फांसी लगा कर आत्महत्या की. छात्रा की मौत की खबर सुनते ही ग्रामीण जुट गये. वहीं, स्कूल प्रबंधन ने स्कूल गेट में ताला लगा दिया. इसके बाद लोग और नाराज हो गये और हंगामा करने लगे़.
बार-बार बयान बदल रहा स्कूल प्रबंधन: ग्रामीणों ने कहा कि मोटरसाइकिल से क्यों छात्रा को बड़कागांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया. इसके अलावा स्कूल प्रबंधन घटना के बारे में क्यों बयान बदल रहा है. पूरा मामला संदिग्ध है. घटना की सूचना मिलते ही अपर समाहर्ता भीष्म कुमार, बीडीओ अलका कुमारी, एसडीपीओ कृष्ण कुमार महतो स्कूल पहुंचे. अधिकारियों ने मामले की छानबीन की और स्कूल की वार्डन व अन्य कर्मियों से पूछताछ की. परिजनों ने एडीएम विष्णु कुमार को लिखित आवेदन देकर मामले की जांच कराने की मांग की. एडीएम ने कहा कि पूरे मामले की जांच होगी, दोषी बख्शे नहीं जायेंगे. इधर घटना की जानकारी मिलने पर डीइओ सरिता दादेन्न, जिला शिक्षा अधीक्षक इंद्रभूषण, पूर्व विधायक लोकनाथ महतो, शिवलाल महतो भी मौके पर पहुंचे़.
वार्डन ने क्या कहा :वार्डन संघमित्रा ने कहा कि उक्त छात्रा के पास एक सिमकार्ड पूर्व में मिला था़ उस सिम से किसी लड़के से बात करने की शिकायत मिली थी. तीन फरवरी को भी किसी से बात करने की शिकायत लड़कियों ने की थी. इसके बाद उसे समझाया गया था. इस संबंध में छह फरवरी को उनके पिता शंकर महतो को भी विद्यालय में बुलाया जाना था. उन्होंने कहा कि शनिवार सुबह विद्यालय में खेलकूद की कक्षा चल रही थी. इसी बीच, गीता वहां से चली गयी. इसके बाद रसायनशास्त्र की क्लास शुरू होने पर उसकी खोज की गयी. तभी बगल के क्लासरूम को बंद पाया गया. दरवाजा अंदर से बंद था. हमलोगों ने जब दरवाजा तोड़ा तो गीता को फंदे से लटकता पाया. वह खेल प्रतियोगिता में हमेशा अव्वल रहती थी.
विभाग ने भेजी जांच टीम : रांची : मामले की जांच के लिए स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग की ओर से एक टीम बड़कागांव भेजी गयी है. टीम को जल्द ही मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है. जांच रिपोर्ट के बाद विभाग आगे की कार्रवाई करेगा.