इस तरह मंत्री के पारिवारिक सदस्यों ने मिल कर काली कमाई को मेहनत और ईमानदारी की कमाई साबित करने की कोशिश की. पर प्रवर्तन निदेशालय(इडी) की जांच में पोल खुल गयी. इडी की जांच में पाया गया कि पूर्व मंत्री की पत्नी सुशीला देवी, भाई संजय राय और बहन अनिता देवी ने काली कमाई को जायज करार देने की कोशिश की. अनिता देवी ने घर से ब्यूटी पार्लर चलाने का दावा किया, पर उन्होंने इसके लिए किसी तरह का प्रशिक्षण नहीं लिया था. न ही उनके पास इससे संबंधित कोई उपकरण थे.
मंत्री की पत्नी सुशीला देवी ने महामाया कंस्ट्रक्शन और मां गौरी कंस्ट्रक्शन नामक कंपनी बनायी. इसके अलावा उसने अपने पति व देवर के साथ साझेदारी में बाबा बासुकी नाथ डेयरी फार्म खोला और मछली पालन का काम शुरू किया. इडी ने जांच में पाया कि मंत्री की पत्नी की ठेका कंपनी ने बिना काम किये ही लाखों रुपये की कमाई कर ली. मछली और दूध बेच कर भी लाखों की कमाई की. इन कागजी आमदनी के सहारे हरमू में आलीशान मकान बनाने पर 1.14 करोड़ रुपये का खर्च दिखाया. देवघर के बमपास टाउन में 50.45 लाख की लागत पर घर बनाया. इसके अलावा सोनारायठारी में मकान की मरम्मत पर 10.35 लाख रुपये खर्च किये.