रांची: राष्ट्रीय सूक्ष्म सिंचाई मिशन में हुई गड़बड़ी के मामले में अफसरों ने सरकार का आदेश भी नहीं माना. कृषि सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने क्षेत्रीय नोडल पदाधिकारी व जिला उद्यान पदाधिकारी से 13 फरवरी तक स्पष्टीकरण मांगा था, पर इनलोगों ने जवाब नहीं दिया.
सचिव ने सात फरवरी को आदेश जारी कर दोनों अफसरों को पूरी वस्तुस्थिति से अवगत कराया था. सचिव ने नोडल पदाधिकारी की जांच रिपोर्ट के आधार पर आदेश जारी किया था. इसमें उन्होंने बुढ़मू के भांट बोड़ेया निवासी उपेंद्र गिरि का हवाला दिया था. सचिव ने लिखा था कि नोडल पदाधिकारी ने पाया है कि उपेंद्र गिरि को संयंत्र देने में गड़बड़ी हुई है. इसमें वित्तीय अनियमितता व गड़बड़ी हुई है. जिला उद्यान पदाधिकारी को लिखा गया था कि बरती गयी वित्तीय अनियमितता व प्रक्रियात्मक गड़बड़ी के लिए क्यों नहीं राशि की वसूली एवं विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रारंभ की जाये.
नोडल पदाधिकारी को जो लिखा
नोडल पदाधिकारी को लिखा गया कि राष्ट्रीय सूक्ष्म सिंचाई योजना के सतत एवं प्रभावी अनुश्रवण तथा सफल कार्यान्वयन सुनिश्चित नहीं कराये जाने के फलस्वरूप योजना निष्फल हो गयी. इसलिए समुचित विभागीय कारवाई क्यों नहीं प्रारंभ की जाये.
मैनेज करने में जुटे सब
इस मामले को अफसर से लेकर कर्मचारी तक मैनेज करने में जुट गये हैं. इतना ही नहीं, आपूर्तिकर्ता भी दौड़ लगाने लगे हैं. जिसे जहां मौका मिल रहा है, दौड़ रहे हैं. खबर प्रकाशित होने के बाद लाभुकों के पास भी दौड़ लगायी जा रही है, ताकि उनके खेत में पटवन सामग्री लगा दी जाये. सारा मामला फिट कर ओके की रिपोर्ट दे दी जाये. मामले को लेकर सरकारी महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. वे हर स्तर पर लगे हुए हैं.