अपराध. नौ नवंबर से लापता था शहबाज अंसारी, शव बरामद
शहबाज अंसारी की हत्या कर पुलिस के डर से शव को झाड़ी में छिपा दिया गया था. इधर, पिता ने उसके लापता होने का सनहा थाना में दर्ज कराया था. शहबाज के दो दोस्तों पर उसे लापता करने का आरोप लगाया गया था.
रांची/हटिया : तुपुदाना ओपी थाना क्षेत्र के घुठिया जमगई निवासी शहबाज अंसारी (25 वर्ष) का शव रविवार की सुबह सेनेटोरियम के पीछे पहाड़ से बरामद किया गया. उसकी हत्या उसके दोस्तों ने लड़की के सामने गाली देने की वजह से कर दी थी. पुलिस ने शहबाज की हत्या के आरोप में हसन अंसारी और तौहीद अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों ने हत्याकांड में अपनी संलिप्तता की बात स्वीकार कर ली है. दोनों ने नौ नवंबर को ही पत्थर से कूच कर शहबाज की हत्या कर दी थी.
जानकारी के अनुसार शहबाज अपने दो दोस्तों के साथ नौ नवंबर को बाइक (जेएच01सीए-6471) से सेनेटोरियम जगधात्री पूजा देखने गया था. उसके बाद वह घर नहीं लौटा. इस संबंध में उसके पिता साबिर अंसारी ने तुपुदाना ओपी में 10 नवंबर को शहबाज अंसारी के लापता होने का सनहा दर्ज कराया था. उसके दो दोस्तों हसन अंसारी (कचनार टोली) व तौहीद खान (अपर हटिया) पर शहबाज को लापता करने का आरोप लगाया था. संदेह के आधार पर पुलिस ने दोनों को 12 नवंबर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. पहले दोनों ने शहबाज के बारे में किसी प्रकार की जानकारी होने से इनकार कर दिया था, लेकिन बाद में तुपुदाना ओपी प्रभारी सुजीत राय ने जब दोनों से कड़ाई से पूछताछ की, तब वे पुलिस के सामने टूट गये और हत्या की बात स्वीकार कर ली. इसके बाद पुलिस ने रविवार को उनकी निशानदेही पर शव बरामद किया. पुलिस ने शहबाज की बाइक व मोबाइल भी बरामद कर लिये हैं. साबिर अंसारी के आवेदन पर दोनों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है.
लड़की के सामने गाली-गलौज करने से गुस्से में थे : हत्या की वजह पूछे जाने पर हसन अंसारी ने पुलिस को बताया कि वह, शहबाज व तौहीद सेनेटोरियम में पूजा का प्रसाद लेने गये थे. वहीं पर शहबाज लड़कियों के सामने गाली-गलौज करने लगा. वहां भीड़-भाड़ में उसका ऐसा व्यवहार दोनों को काफी बुरा लगा. इसके बाद दोनों ने शहबाज को पहले खिलाया-पिलाया और सेनेटोरियम के पीछे पहाड़ पर ले जाकर पत्थर से कूच कर उसकी हत्या कर दी. फिर शव को झाड़ी में फेंक दिया. उसकी पल्सर गाड़ी को सिंह मोड़ में लाकर झाड़ी में फेंक दिया और उसके मोबाइल को 250 रुपये में राजू अंसारी (डोरंडा) को बेच दिया.
मोबाइल फोन के जरिये हत्या के आरोपियों तक पहुंची पुलिस
शहबाज की हत्या करने के बाद हसन व तौहीद ने उसका मोबाइल डोरंडा निवासी राजू अंसारी को 250 रुपये में बेच दिया था. पुलिस ने मोबाइल का लोकेशन ट्रेस कर सबसे पहले राजू अंसारी को गिरफ्तार किया. राजू ने पुलिस को बताया कि उसने हसन अंसारी से मोबाइल खरीदा है. उसके बाद पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की, तो हत्या का खुलासा हुआ. आरोपी हसन अंसारी गैस एजेंसी के कर्मचारी के साथ मारपीट के आरोप में जेल भी जा चुका है. पुलिस ने राजू अंसारी को सरकारी गवाह बनाया है.