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हाथियों ने युवक को कुचला, हंगामा
ग्रामीण हाथियों के झंुड को भगाना चाह रहे थे युवक अभिषेक को हाथियों ने कुचल कर मार डाला. इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दी. पुलिस को जाम हटाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा. फिर ग्रामीणों ने आपसी सहमति से जाम हटाया रांची/बुंडू : रांची-टाटा रोड पर दशमफॉल थाना क्षेत्र के हाथीतोपा स्थल के […]
ग्रामीण हाथियों के झंुड को भगाना चाह रहे थे
युवक अभिषेक को हाथियों ने कुचल कर मार डाला. इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दी. पुलिस को जाम हटाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा. फिर ग्रामीणों ने आपसी सहमति से जाम हटाया
रांची/बुंडू : रांची-टाटा रोड पर दशमफॉल थाना क्षेत्र के हाथीतोपा स्थल के समीप 17 जंगली हाथियों के झुंड ने अक्षय कुमार महतो (24 वर्ष) को कुचल कर मार डाला. घटना मंगलवार की सुबह साढ़े आठ बजे की है. मृतक बुंडू थाना क्षेत्र के एदलहातू छोटकोलमा का निवासी था. मिली जानकारी के अनुसार हाथियों का झुंड एनएच 33 के किनारे हाथीतोपा के समीप सोमवार से ही जमा था.
फसल के नुकसान को रोकने के लिए छह-सात गांव के ग्रामीण सोमवार से एकजुट होकर हाथियों को जंगल की ओर भगाना चाह रहे थे. इसी क्रम में कुछ ग्रामीण हाथियों के झुंड को देखने के लिए गये थे, जिसमें मृतक अक्षय कुमार महतो भी शामिल था.
जंगली हाथियों में से एक हाथी के दौड़ाने पर अक्षय गड्ढे में गिर गया और भाग नहीं सका, जिसके बाद हाथियों ने उसे रौंद डाला. घटनास्थल पर ही हाथियों का झुंड लाश को घेर रखा था. तब आक्रोशित ग्रामीणों ने एनएच 33 को जाम कर दिया. ग्रामीण प्रशासन से अक्षय के शव को बरामद कर सुपुर्द करने की मांग कर रहे थे. प्रशासन और ग्रामीणों ने बुंडू के रेलाडीह गांव से 15-20 की संख्या में हाथी भगाओ दल को बुलाया. हाथी भगाओ दल के सदस्यों ने एक घंटा तक कड़ी मशक्कत की. इसके बाद शव को हाथियों के कब्जे से मुक्त कराया गया.
फिर भी दोपहर डेढ़ बजे तक ग्रामीणों ने सड़क जाम रखी. उनके नहीं मानने पर प्रशासन को बुंडू डीएसपी की उपस्थिति में बल प्रयोग करना पड़ा. रैफ के जवानों ने लाठीचार्ज किया. इस दौरान कई यात्री एवं ग्रामीणों को चोटें लगीं. लाठी चार्ज के विरोध में ग्रामीण आक्रोशित होकर डीएसपी की ओर टूट पड़े. ग्रामीणों के भारी विरोध के कारण डीएसपी कुमार वेंकटेश रमन को पीछे हटना पड़ा. डीएसपी पर कुछ लोग पत्थरबाजी भी करना चाह रहे थे, लेकिन कई ग्रामीण उनके बचाव में आगे आये और वह बाल-बाल बच गये.
इसके बाद ग्रामीणों ने आपसी सहमति से एनएच 33 पर बैठक कर यात्रियों की परेशानी को देखते हुएस्वत: जाम हटाने का निर्णय लिया. सड़क जाम के कारण एनएच 33 पर दोनों ओर पांच-पांच किलोमीटर तक वाहनों की कतार लगी रही. सड़क जाम में खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ, सचिव दिपांकर पाण्डा, राज्य महिला आयोग की सदस्य के अलावा कई आला अधिकारी फंसे थे.
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