रांची: झारखंड के 15 लाख ईसाइयों के बीच भारतीय जनता पार्टी पैठ बढ़ा रही है़ 28 दिसंबर 2013 को राजधानी में भाजपा का दामन थामनेवाले ईसाइयों के संगठन ईसाई मोरचा ने गुरुवार को नयाटोली में आमसभा की.
इसमें भाजपा के केंद्रीय संगठन मंत्री लुईस मरांडी, प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय, सांसद सुदर्शन भगत, प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक प्रकाश, सीपी सिंह, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गी समेत कई भाजपा नेता शामिल हुए़ आमसभा के बाद पार्टी नेताओं से भाजपा और ईसाइयों में बढ़ती नजदीकी के संबंध में विशेष बातचीत की गयी. भाजपा अध्यक्ष रवींद्र राय और लुईस मरांडी ने कहा कि भाजपा से यदि ईसाई जुड़ेंगे, तो क्षेत्र में जन स्वीकार्यता के अनुसार पार्टी टिकट भी देगी.
सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल नहीं करेंगे
क्या ईसाइयों को टिकट देंगे, यह सवाल पूछे जाने पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय ने कहा कि जैसे-जैसे ईसाई समाज में भाजपा की स्वीकृति बढ़ेगी, उसके राजनीतिक हित की रक्षा भी की जायेगी़ भाजपा जाति या पंथ के आधार पर टिकट नहीं देती़ हमारे लिए क्षेत्र में उम्मीदवार की स्वीकार्यता ही प्राथमिकता है़ हम मसीही समाज का इस्तेमाल सिर्फ वोट बैंक की तरह नहीं करेंगे.
सर्वधर्म सम्भाव की राजनीति करती है भाजपा
भाजपा की छवि सांप्रदायिक, कैसे हटायेंगे, इस प्रश्न पर रवींद्र राय ने कहा कि यह सोच कांग्रेस परस्त लोगों के मिथ्या प्रचार का नतीजा है़ भाजपा भेदभाव नहीं करती़ सर्वधर्म सम्भाव के आधार पर समाज को जोड़ कर राजनीति करती है़ हम किसी को विशेषाधिकार का सांत्वना नहीं देते, पर बराबरी के रिश्ते का आश्वासन जरूर देते हैं
ईसाइयों में भाजपा के प्रति रुझान में तेजी : लुईस
ईसाइयों में पार्टी स्वीकार्यता बढ़ रही है क्या, इस सवाल पर ईसाई समुदाय के सदस्य और भाजपा की केंद्रीय संगठन मंत्री लुईस मरांडी ने कहा कि ईसाई समाज में भाजपा के प्रति स्वीकार्यता का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. कांग्रेस सबसे बड़ी सांप्रदायिक पार्टी है़ उन्होंने कहा कि ईसाइयों में बढ़ती पैठ ने कांग्रेस के उस दावे की हवा निकाल दी है कि उनकी पार्टी ही ईसाइयों की सबसे बड़ी हितैसी है.
भाजपा से जुड़ना ईश्वरीय योजना : बेलखस
ईसाई मोरचा के मुख्य संयोजक बेलखस कुजूर कहते हैं कि आज तक ईसाइयों के बीच धार्मिक असुरक्षा की भावना को भुना कर उन्हें वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है़ विकास के नाम पर हमेशा दरकिनार किया गया है. इसलिए ईसाई मोरचा भाजपा से जुड़ कर देश के सभी जाति, धर्म, संप्रदाय और क्षेत्र के लोगों के साथ मिल कर समान व समुचित विकास की नीति की राह पर चलेगा. ईसाई मोरचा का भाजपा से जुड़ना ईश्वरीय योजना है़