साल 2013 का आज अंतिम दिन है, हर व्यक्ति एक नयी उम्मीद के साथ 2014 की ओर देख रहा है. ऐसे वक्त में साल 2013 की खट्ठी-मीठी यादें लोगों के साथ हैं. किसी को नौकरी मिली, तो कोई शादी के बंधन में बंधा. किसी को 2013 रुला भी गया. अब जबकि नया साल आ गया है. पुराने और नये साल को लेकर लोगों की प्रतिक्रियाएं जानने के लिए हमने उनसे बातचीत की.

नौकरी मिल गयी : प्रतीक
प्रतीक ने 2013 में अपना एमबीए पूरा किया और झट से उन्हंे नौकरी भी लग गयी. प्रतीक ने बताया कि नौकरी मिलने से उनके लिए 2013 काफी अच्छा रहा. उनका कहना है कि साल की शुरुआत में उन्हें जॉब को लेकर काफी टेंशन थी, पर सितंबर में उन्हें नौकरी लग गई. आने वाले साल में भी प्रतीक चाहते हैं कि वे जीवन में सफलता की ऊंचाई तक पहुंचें.

सफलता दोहराने की उम्मीद : खुशबू
खुशबू बताती हैं कि साल 2013 की यादें उनके लिए मिली जुली है. 2013 में खुशबू ने प्रतियोगिता परीक्षा के एक स्तर यानी लिखित परीक्षा में सफलता पायी, जो उनके लिए 2013 की सबसे अच्छी बात रही, 2014 में भी वे सफलता दोहराने की पूरी कोशिश करेंगी और परीक्षा के अगले पड़ाव यानी साक्षात्कार में अच्छा प्रदर्शन करेंगी. उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता परीक्षा में सफल होने का श्रेय वे अपने अभिभावक और गुरुजनों को देना चाहती हैं.

स्मार्टफोन मिला गिफ्ट : अनीता
हर साल की तरह 2013 की शुरुआत भी अनीता ने नये उमंग से की थी. यह साल इसलिए उनके लिए खास इसलिए रहा क्योंकि इस साल अनीता ने अपनी कक्षा में अव्वल स्थान प्राप्त किया. रांची वीमेंस कॉलेज की छात्रा अनीता ने बताया की उन्होंने अव्वल आने के लिए काफी मेहनत की. साल का अंत उनके लिए काफी खास रहा. पुराना फोन खराब होने से दुखी अनीता को हाल में उनके जन्मदिन पर स्मार्टफोन गिफ्ट के तौर पर मिला है. अनीता चाहती हैं कि साल 2014 के अंत तक वे आत्मनिर्भर हो जायें.

भैया की शादी ने 2013 को बनाया स्पेशल : रीमा कुमारी
रीमा के लिए साल 2013 मिला जुला रहा. उनके साथ 2013 की अच्छी यादें भी हैं और बुरी भी. बुरी इसलिए क्योंकि रीमा चाहती थीं कि साल 2013 में वे बैंक पीओ की परीक्षा में सफल हो जायें, पर ऐसा हुआ नहीं हालांकि उन्होंने हौसला नहीं खोया. साल 2013 उनके लिए खास इसलिए रहा क्योंकि उनके जन्मदिन के दिन ही उनके भैया की शादी थी, शादी पर रीमा ने काफी इंजॉय किया. जन्मदिन के अवसर पर रीमा को तोहफे के रुप में लैपटॉप मिला. रीमा कहती हैं कि साल 2014 में उनके दिल की दुआ कबूल हो.

नरेंद्र मोदी से 2014 में है उम्मीदें : कुंज बिहारी प्रसाद
2014 में लोकसभा चुनाव होना है. बीजेपी ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार चुना है. मुझे नरेंद्र मोदी से काफी उम्मीदें हैं. अरविंद केजरीवाल ने नयी शुरुआत करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री का पद संभाला यह देश की राजनीति में एक नयी शुरुआत है. 2014 में उनसे भी काफी उम्मीदें हैं.उन्होंने जनता से कई वादे किये हैं, अब देखना हैं कि केजरीवाल जनता की उम्मीदों पर कितने खरे उतरते हैं.
संकलन : शौर्य पुंज श्रीवास्तव