रांची: झारखंड के निर्दलीय विधायक एनोस एक्का को मलाईदार बोर्ड चाहिए. उन्होंने ग्राम्य अभियंत्रण संगठन (आरइओ) के अंतर्गत आनेवाले झारखंड स्टेट रूरल रोड डेवलपमेंट अथॉरिटी (जेएसआरआरडीए) पर दावा ठोंका है. साथ ही इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अपनी डिमांड से अवगत कराते हुए श्री एक्का ने स्वयं द्वारा नामित व्यक्ति को जेएसआरआरडीए का अध्यक्ष बनाने की बात कही है.
फिलहाल, जेएसआरआरडीए का अध्यक्ष पद विभागीय मंत्री संभाले हुए हैं. गौर करनेवाली बात यह है कि एनोस एक्का द्वारा नामित व्यक्ति को अध्यक्ष बनाने के लिए नियमावली में परिवर्तन करना होगा. इस वजह से राज्य सरकार ने अब तक एनोस एक्का को जेएसआरआरडीए देने पर अंतिम फैसला नहीं किया है.
छह में से तीन बंटे, तीन पर होना है फैसला
राज्य में हेमंत सरकार का गठन करते समय समर्थन करनेवाले छह निर्दलीय विधायकों या उनके प्रतिनिधियों को बोर्ड-निगम देने की हामी भरी गयी थी. तीन विधायकों (विदेश सिंह,चमरा लिंडा व गीता कोड़ा) को उनकी पसंद के मुताबिक बोर्ड-निगम दिये जा चुके हैं. बच गये तीन अन्य निर्दलीय विधायकों के प्रतिनिधियों को बोर्ड-निगम दिये जाने हैं. एनोस एक्का द्वारा जेएसआरआरडीए की मांग किये जाने के कारण बोर्ड-निगम का बंटवारा एक बार फिर से फंस गया है. सूत्रों के मुताबिक दुर्गा पूजा के बाद ही अब इस संबंध में कोई फैसला लिया जा सकेगा.
बंधु ने दिये तीन नाम, हरिनारायण ने नहीं बतायी पसंद
बोर्ड-निगम का अध्यक्ष बनाने के लिए निर्दलीय विधायक बंधु तिर्की की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को तीन नाम सौंपे गये हैं. मुख्यमंत्री को लिखे गये पत्र में तीनों नाम उनके कार्यकर्ताओं के हैं. श्री तिर्की ने कार्यकर्ताओं को बोर्ड-निगम का अध्यक्ष व सदस्य बनाये जाने का आग्रह किया है. वहीं, निर्दलीय विधायक हरिनारायण राय की ओर से अब तक राज्य सरकार को अपनी पसंद नहीं बतायी गयी है. श्री राय ने अब तक यह भी साफ नहीं किया है कि उनकी ओर से बोर्ड-निगम के लिए कौन हिस्सेदार के रूप में सामने आयेगा.