रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को दुमका में बिजली बोर्ड की समीक्षा की. समीक्षा बैठक में जेएसइबी अध्यक्ष एसएन वर्मा ने कहा कि विद्युत व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए बोर्ड 2500 कर्मचारियों की बहाली करेगा. मुख्यमंत्री ने पीक आवर में भी अबाधित बिजली आपूर्ति का निर्देश दिया.
साथ ही खराब एवं बंद पड़े ट्रांसफॉरमर की मरम्मत करने निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि यह काम समय सीमा के अंदर पूरा किया जाना चाहिए. सीएम ने ग्रामीण क्षेत्र में गांव के समीप ही ट्रांसफारमर लगाने का निर्देश दिया. बैठक में सदस्य ट्रांसमिशन बीएस झा व सदस्य तकनीक सीडी कुमार भी उपस्थित थे.
मुख्यमंत्री ने संथाल-परगना क्षेत्र में बिजली की समस्या दुरुस्त करने निर्देश दिया. अध्यक्ष ने बताया कि फरक्का से दुमका तक सेंकेंड सर्किट लाइन का निर्माण किया जा रहा है. चार महीने में यह लाइन पूरी हो जायेगी. इसके बाद संथाल में अबाधित बिजली आपूर्ति की जा सकेगी. उद्योगों को बिजली आपूर्ति करने के लिए दुमका में ही सुपर ग्रिड का निर्माण किया जा रहा है. 70 करोड़ की लागत से इस ग्रिड का निर्माण होगा. तब 300 मेगावाट अतिरिक्त बिजली आपूर्ति की जा सकती है. इससे यहां उद्योगों का विकास हो सकेगा.