रांची : झारखंड के पूर्व मुख्यंत्री मधु कोड़ा ने आज 44 माह बाद यहां होतवार स्थित बिरसा मुंडा जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद कहा कि उनके साथ नाइंसाफी हुई है और अदालत में वह अपनी बेगुनाही साबित करेंगे. भ्रष्टाचार के चार हजार करोड़ रुपये से अधिक के विभिन्न मामलों में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा जमानत पर 44 माह बाद बिरसा मुंडा जेल से रिहा हुए.
कोड़ा ने कहा, ‘‘मैं अपनी बेगुनाही के सबूत अदालतों के सामने दूंगा. यह देश में पहला मामला है जिसमें इतने लंबे समय तक बिना अपराध साबित हुए जेल में रखा गया.’’ उन्होंने कहा कि वह सारी बातों को अदालतों के संज्ञान में लायेंगे कि किस तरह देश में अपने तरह के इस पहले मामले में उन्हें जेल में जबरन रखा गया.उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण के मामले में अबतक उनके खिलाफ आरोप पत्र तक नहीं दाखिल किया गया है लेकिन सीबीआई उनकी जमानत का विरोध करती रही है.
कांग्रेस में शामिल होने की संभावाओं के बारे में पूछे जाने पर कोड़ा ने कहा, ‘‘मुझसे किसी ने संपर्क नहीं किया है लेकिन राजनीति में सभी संभावनाओं को खुला रखा जाता है.’’ कोड़ा के रिहा होने पर उनकी पत्नी और विधायक गीता कोड़ा समेत उनके दर्जनों समर्थकों ने उनका स्वागत किया. झारखंड उच्च न्यायालय ने कोड़ा को राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण घोटाले में भी जमानत दे दी थी. इससे पूर्व अन्य चार आपराधिक मामलों में उन्हें पहले ही जमानत मिल चुकी थी.