रांची. जगन्नाथपुर थाने में पूछताछ के दौरान एक पुलिस अधिकारी के सामने रंजीत ने लड़की सप्लाई करने की बात स्वीकार की है. सूत्रों के अनुसार, रंजीत ने पुलिस को बताया है कि उसने डीएसपी रैंक के एक पुलिस अफसर को लड़की सप्लाई की थी. उसने पुलिस को उस डीएसपी का नाम भी बताया है. इसके अलावा उसने कई और लोगों के नाम बताये हैं, जिन्हें वह लड़की सप्लाई कर चुका है.
डीएसपी के पास कई बार भेज चुका है लड़कियों को : रंजीत ने पुलिस को बताया कि झारखंड के एक जिले में पदस्थापित उक्त डीएसपी जब रांची पहुंचते थे, तब उसके अशोक नगर रोड नंबर छह स्थित किराये के मकान या अशोक विहार स्थित मकान में ठहरते थे. वहां वह लड़कियों को भेजता था. रंजीत ने यह भी बताया कि वह कई बार डीएसपी के पास लड़कियां भेज चुका है.
किये कई खुलासे
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, रंजीत ने पूछताछ में बताया है कि वह अशोक नगर और अशोक विहार स्थित आवास का उपयोग बाहर से रांची आनेवाले अधिकारियों को ठहराने के लिए करता था. इन दोनों आवास पर उन्हीं अधिकारियों को ठहराता था, जो लड़कियों की मांग करते थे. रंजीत ने कई और चौंकानेवाले खुलासे किये हैं.
3.30 बजे रिमांड पर ली पुलिस
इससे पहले केस के अनुसंधानक इंस्पेक्टर हरिश्चंद्र सिंह के नेतृत्व में पुलिस शुक्रवार दिन के करीब 3.30 बजे उसे जेल से निकाल कर तीन दिन के रिमांड पर ली और जगन्नाथपुर थाना पहुंची. वहां रंजीत से विस्तृत पूछताछ शुरू की गयी. पुलिस उससे यह जानने का प्रयास कर रही है कि उसके पास रुपये कहां से आते थे. कौन-कौन रुपये देता था. इसका क्या उपयोग होता था. अफसर और अधिकारी उसकी मदद किस कारण करते थे. पुलिस उससे यह भी जानने का प्रयास करेगी कि वह लड़कियों को वह कहां से लाता था. उसने बताया है कि उसके पास जो रुपये हैं, वह उसकी कंपनी के हैं. अफसरों और मंत्रियों के साथ संबंध होने के सवाल पर रंजीत सिर्फ यही बताता है कि वह अपनी कंपनी के काम से अफसरों और मंत्रियों के पास जाता था. इस कारण लोग उसे जानते हैं.
देवघर जिला जज से करता था बात
रांची: रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन के देवघर के जिला जज पंकज श्रीवास्तव से भी संपर्क हैं. रंजीत ने पूछताछ के क्रम में पुलिस को इसकी जानकारी दी है. उसके मोबाइल के कॉल डिटेल की समीक्षा के बाद भी पुलिस को इस बात की जानकारी मिली है. पुलिस के आधिकारिक सूत्र ने बताया, पिछले कुछ दिनों में रंजीत ने अपने मोबाइल से देवघर के जिला जज से सात से आठ बार बात की है.
पुलिस अब रंजीत से यह जानने की कोशिश कर रही है कि देवघर जिला जज से उसकी क्या बातचीत होती थी.
पहले भी आ चुके हैं दो के नाम
इससे पहले रंजीत से संपर्क रखनेवाले दो जज के नाम सामने आ चुके हैं. झारखंड हाइकोर्ट के रजिस्ट्रार (विजिलेंस) मुश्ताक अहमद और शेरघाटी के सत्र न्यायाधीश राजेश कुमार से उसके संबंध की पुष्टि रांची पुलिस कर चुकी है. मुश्ताक अहमद को निलंबित कर दिया गया है. रांची पुलिस राजेश कुमार से पूछताछ की तैयारी कर रही है. उन पर रंजीत कोहली की मां को फरार होने में सहयोग देने का आरोप है. पुलिस सूत्र के अनुसार, रंजीत ने न्यायपालिका से जुड़े कुछ और लोगों के नाम पुलिस को बताये हैं. पुलिस उन सभी के बारे में साक्ष्य जुटा रही है.