रांची: पीएलएफआइ का जोनल कमांडर जेठा कच्छप 50 से अधिक लोगों की हत्या का आरोपी है. खूंटी व रांची के विभिन्न थानों में उसके खिलाफ 56 से अधिक मामले दर्ज हैं. मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती और डीजीपी राजीव कुमार ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी.
डीजीपी ने बताया कि जेठा कच्छप पीएलएफआइ के सुप्रीमो दिनेश गोप के बाद संगठन में दूसरे नंबर का उग्रवादी है. ग्रामीण एसपी सुरेंद्र कुमार झा के नेतृत्व में जेठा की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि है. इस दौरान मुख्य सचिव ने इनाम की राशि का वितरण पुलिस कर्मियों के बीच किया.
बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश में जुटे थे उग्रवादी
ग्रामीण एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि कर्रा क्षेत्र में चल रहे अभियान से पुलिस का ध्यान हटाने और बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए पीएलएफआइ के उग्रवादी तुपुदाना के चोटंगा गांव में जुटे थे. तीन अगस्त की रात सूचना मिली कि जेठा कच्छप, राजकमल गोप और शमशाद 20-25 उग्रवादियों के साथ गांव में है. इस सूचना पर सीनियर एसपी प्रभात कुमार के निर्देश पर टीम का गठन किया गया. देर रात पुलिस चोटंगा गांव पहुंची. पुलिस को देख उग्रवादी गोली चलाते हुए भागने लगे. जेठा भाग कर एक घर में छिप गया. पुलिस ने उस घर को घेर लिया, जिसके बाद जेठा को चेतावनी दी. लंबे समय तक बात करने के बाद जब उसे लगा कि यदि वह खुद को पुलिस के हवाले नहीं करता है, तो वह मारा जायेगा, तब वह उस घर की महिलाओं और बच्चों के साथ बाहर निकला.
खत्म हुआ दहशत : सजल
रांची: सीएस ने कहा कि जेठा की गिरफ्तारी ऑपरेशन कारो की दूसरी बड़ी सफलता है. बड़ी सफलता यह है कि खूंटी से दहशत खत्म हो गया है. अब हमें यह देखना है कि यह दहशत फिर वापस न आये. अब तक पीएलएफआइ के खिलाफ कार्रवाई चल रही थी. अब भाकपा माओवादी के नक्सलियों के खिलाफ भी अभियान चलेगा. सीएस ने कहा कि झारखंड पुलिस के जवानों को और सुविधा की जरूरत है. राशन भत्ता में बढ़ोतरी, दुरुह भत्ता, कैंटीन आदि की सुविधा उन्हें देना है. इस पर हम काम कर रहे हैं. पुलिसकर्मियों को हर सुविधा मिलेगी, ताकि उनका मनोबल बना रहे.
पुलिस की है एके-47 रायफल
जेठा कच्छप के पास से जब्त एके-47 को देखने के बाद पुलिस के सीनियर अफसरों ने कहा कि यह पुलिस की राइफल है. हथियार जेठा को कहां से मिला, इस मामले में उससे पूछताछ की जायेगी.
टीम में ये पुलिस पदाधिकारी थे शामिल
ग्रामीण एसपी सुरेंद्र कुमार झा, एएसपी ऑपरेशन हर्षपाल सिंह, तुपुदाना ओपी प्रभारी मनोज कुमार, झारखंड जगुआर के दो असॉल्ट ग्रुप.