दो विधायक बीजेपी और जेएमएम के संपर्क में, जबकि एक राजद और बीजेपी के संपर्क में
गिरिडीह : झारखंड विकास मोर्चा के 11 विधायकों में से चार विधायक समरेश सिंह, निर्भय शाहाबादी, चंद्रिका महथा और जयप्रकाश भोक्ता दिल्ली में ही अनौपचारिक रूप से भाजपा में शामिल हो गये.
जबकि एक विधायक फूलचंद मंडल ने दो अगस्त को रांची में शामिल होने की घोषणा की है. विधायक मलखान सिंह अब भी असमंजस में हैं. जबकि जेवीएम के तीन विधायक डबल क्रास कर रहे हैं. सूत्रों की मानें तो जेवीएम के निलंबित विधायक निजामुद्दीन अंसारी समेत जेवीएम के दो विधायक जेएमएम और भाजपा के संपर्क में हैं.
जबकि एक राजद और भाजपा के संपर्क में. धनवार के विधायक निजामुद्दीन अंसारी ने जेएमएम में शामिल होने से संबंधित न सिर्फ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बातचीत पूरी कर ली है.
बल्कि जेएमएम के गुप्त एजेंडे पर पिछले कई माह से वे इलाके में काम भी कर रहे हैं. लेकिन बुधवार को वे अचानक धनवार से रांची और रांची से इंडिगो फ्लाइट से दिल्ली चले गये. दिल्ली में जेवीएम के विक्षुब्ध खेमे का नेतृत्व कर रहे जेवीएम विधायक समरेश सिंह से मुलाकात के बाद उन्होंने अपना कुछ प्रस्ताव भी रखा. सूत्रों की मानें तो भाजपा के वरीय नेताओं से भी उनकी मुलाकात हुई है.
इस मुलाकात में विधायक निजामुद्दीन अंसारी ने अपने साथ-साथ अपने सहयोगी कंचन कुमारी के लिए भी टिकट सुनिश्चित करने का प्रस्ताव रखा. निजामुद्दीन चाहते हैं कि उन्हें धनवार से टिकट मिलना सुनिश्चित हो जाय. कंचन कुमारी के लिए बगोदर या कोडरमा से टिकट की मांग रखी है. कंचन कुमारी के टिकट को लेकर अब तक भाजपा ने सहमति नहीं जतायी है.
सूत्रों की मानें तो बुधवार की रात चारों विधायकों के साथ निजामुद्दीन अंसारी के शामिल होने की घोषणा भी होने वाली थी. लेकिन कंचन कुमारी के मुद्दे पर मामला अटक गया. अब अंसारी ने भाजपा के नेताओं से कहा है कि अपने इलाके के सहयोगियों से विचार विमर्श करने के बाद ही वे अंतिम निर्णय लेंगे.
इधर जेवीएम के एक अन्य विधायक भी जेएमएम और भाजपा दोनों के ही संपर्क में हैं. इस विधायक ने भाजपा और जेएमएम दोनों ही दलों के समक्ष अपने और अपनी पत्नी को भी टिकट दिलाने की मांग रख दी है.
इस मामले में अब तक जेएमएम और भाजपा दोनों ने ही अपनी सहमति नहीं जतायी है जिसके कारण इस विधायक का मामला भी अभी विचाराधीन है. जेवीएम के एक अन्य विधायक ने दल को लेकर अपनी स्थिति अब तक स्पष्ट नहीं की है. यह विधायक राजद और भाजपा दोनों के ही संपर्क में हैं. जबकि जेवीएम के विधायक मलखान सिंह भी अपनी ही पार्टी में चल रही गुटबाजी से परेशान हैं. भाजपा की उन पर भी नजर है.
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कई और भाजपा के संपर्क में : निर्भय शाहाबादी
जेवीएम से भाजपा में शामिल हुए विधायक निर्भय शाहाबादी का कहना है कि कई विधायक और दूसरे दलों के कई बड़े नेता भाजपा के संपर्क में हैं. उचित समय देखकर ऐसे विधायक भी पाला बदलने की तैयारी में है.
जेवीएम अपना जनाधार खो चुका है. लोकसभा चुनाव में जेवीएम की असली ताकत उजागर हो गयी. इसीलिए उन्होंने जेवीएम को छोड़ना उचित समझा. झारखंड के हित में स्थिर व मजबूत सरकार की जरूरत है. मोदी के नेतृत्व में लोगों ने आस्था व्यक्त की है. भाजपा के प्रति आम लोगों में रुझान है. भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जो झारखंड में स्थिर व मजबूत सरकार दे सकती है.
राय लेने के बाद ही अंतिम निर्णय : निजामुद्दीन
धनवार के विधायक निजामुद्दीन अंसारी ने स्वीकार किया कि उनकी बातचीत भाजपा से चल रही है. वे इस समय दिल्ली में हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और भाजपा के मंत्री नितिन गडकरी से बातचीत उनकी हो चुकी है. वे मुङो और मेरे सहयोगी कंचन कुमारी को टिकट देने के लिए तैयार हैं.
कंचन कुमारी के सवाल पर कहीं कोई विवाद नहीं है. लेकिन मैं इतना बड़ा निर्णय अपने सहयोगियों के बिना नहीं ले सकता. मैं अपने इलाके में अपने सहयोगियों से विचार विमर्श करने के बाद ही अंतिम निर्णय लूंगा.
झारखंड का मुख्यमंत्री बनने का सपना बाबूलाल मरांडी देख रहे हैं, मगर वह कभी पूरा होने वाला नहीं है. उनकी औकात उन्हें बताने के लिए ही विक्षुब्ध विधायकों ने उनका साथ छोड़ा है.