रांची: हेमंत सोरेन सरकार से तृणमूल कांग्रेस फिलहाल समर्थन वापस लेने के मूड में नहीं है. तृणमूल कांग्रेस सरकार के साथ बनी रहेगी. तृणमूल कांग्रेस के विधायक बंधु तिर्की और चमरा लिंडा हेमंत सोरेन सरकार से दूरी बनाने के पक्ष में नहीं है.
इन नेताओं ने अपनी राय पार्टी के आला नेताओं के समक्ष रख दी है. पार्टी के महासचिव और झारखंड के मामले को देख रहे मुकुल राय ने पार्टी विधायकों से बात की है. विधायकों का कहना था कि इस समय समर्थन वापसी लेने का कोई राजनीतिक फायदा नहीं है. सरकार से समर्थन वापस लेने का फैसला सही नहीं होगा. सरकार पर काम के लिए दबाव बनाया जाना चाहिए. पार्टी विधायकों का कहना था कि सरकार से दबाव बना कर स्थानीय नीति जैसे मुद्दे का हल निकाल कर माइलेज लिया जा सकता है. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अंतिम फैसला लेने से पहले पार्टी आला कमान नेताओं से दोबारा बातचीत करेगी. पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ पार्टी विधायकों की बैठक होगी. इसमें राज्य की राजनीतिक हालात पर चर्चा की जायेगी.
कुछ नेता समर्थन वापसी के पक्ष में भी
पार्टी विधायक हेमंत सोरेन सरकार को लेकर नरम हैं, तो वहीं पार्टी के दूसरे नेता समर्थन वापसी के पक्ष में हैं. पूर्व विधायक और धनबाद से लोकसभा के प्रत्याशी रहे ददई दुबे हेमंत सरकार के साथ चलने के पक्ष में नहीं हैं. आला नेताओं को श्री दुबे ने अपनी राय भी बतायी है. पार्टी नेता दिलीप चटर्जी ने भी सरकार विरोधी बयान दिया है.
पार्टी आला नेताओं से विचार-विमर्श के बाद ही सरकार पर कोई फैसला लिया जायेगा. पार्टी नेता ममता बनर्जी ही आखिरी फैसला लेंगी. हमने आला नेताओं को राजनीतिक परिस्थिति से अवगत करा दिया है. स्थानीयता सहित आदिवासी-मूलवासी के लिए नीतियां बनाने के लिए लगातार सरकार पर दबाव बनाया जा रहा है. हम चाहते हैं कि साझा कार्यक्रम और एजेंडे पर सरकार काम करे. सरकार के कामकाज पर हमारी नजर है.
बंधु तिर्की, विधायक