रांची: साइबर क्राइम में रोक लगाने को लेकर डीजीपी डीके पांडेय ने विभिन्न बैंकों के अधिकारियों के साथ बुधवार को पुलिस मुख्यालय में बैठक की. इस दौरान उन्होंने साइबर वित्तीय धोखाधड़ी रोकने और सुरक्षा के मद्देनजर बैंक और लॉ इनफोर्सिंग एजेंसियों के बीच आपसी समन्वय एवं सहयोग पर चर्चा की. डीजीपी ने बैंक अधिकारियों से आग्रह किया कि वे झारखंड के अलावा अन्य राज्यों से जुड़े साइबर फ्रॉडस के मामलों में त्वरित कार्रवाई करें.
पुलिस और बैंक अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करने को लेकर भी विचार-विमर्श हुआ. इसके अलावा साइबर अपराध के खिलाफ जन-जागरूकता अभियान चलाने पर भी सहमति बनी. वहीं साइबर अपराध से संबंधित मामलों के अनुसंधान में बेहतर परिणाम आये, इसके लिये आपसी तालमेल स्थापित करने की भी रूपरेखा तैयार की गयी.
बैठक में विशेष शाखा के एडीजी अनुराग गुप्ता, आइजी मानवाधिकार नवीन कुमार सिंह, आइजी रेल सुमन गुप्ता, साइबर क्राइम एसपी सुनील भास्कर, साइबर थाना प्रभारी श्रद्धा केरकेट्टा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के अंकेश जैन, बैंक ऑफ इंडिया के एसके ठाकुर, केनरा बैक के विपुल कुमार नाथ, विशाल, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के बीके पांडेय, एसबीआई के राकेश पांडेय, मनीष कुमार, यूको बैंक के आरबी सहाय, यूबीआई के भूपेश कुमार, इंडसइंड बैंक के सुभाष कुमार, एक्सिस बैंक के सिद्धार्थ चतुर्वेदी, ए महंथी, बैंक ऑफ इंडिया के निर्भय कुमार, एसबीआई के राजीव कुमार दुबे, बीओबी के सुखेश्वर कुमार, प्रशांत कैमिल एक्का, एसबीआई के टुनटुन हरिजन, बीओआई के प्रदीप कुमार लाल, संतोष कुमार सिंह, एसबीआई के निर्मल कुमार, हितेश कुमार दास, धीरेंद्र प्रसाद सिंह, कविता कुमारी, सिंडिकेट बैंक के सीके दास महापात्रा, इलाहाबाद बैंक के राजन चौधरी, एसबीआई के व्यास प्रसाद, बीओआई की एच कुमार, टीके गोस्वामी, देना बैंक के अमित कुमार, एसबीआई के नीरज पासवान, कोटक महिंद्रा के रजनीश रंजन, आईओबी के अभिनंदन किशोर, एचडीएफसी के अभिषेक कुमार, एसबीआई के संजय घोष, अरूण पांडेय, पीएनबी के एके शर्मा, आइसीआइसीआई बैंक के प्रवीण चंद्रा, मनोज कुमार गुप्ता और वर्षा कटरियार आदि मौजूद थे.