आरोपियों पर सरकारी काम में बाधा डालने, बाहरी लोगों के सहयोग से माहौल को बिगाड़ने, बैरिकेडिंग लगा कर आवागमन को बाधित करने और पुलिस अफसरों को जबरन रोके रखे जाने का आरोप है. इस मामले में किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
खूंटी थाना क्षेत्र के कांकी गांव में 25 अगस्त की रात ग्रामीणों ने जिले के एसपी, एएसपी, डीएसपी, दंडाधिकारी सहित करीब 200 पुलिस कर्मियों को बंधक बनाकर 13 घंटे तक रखा था. इलाके में तनाव की स्थिति को देखते हुए एहतियात के तौर पर जैप, एसटीएफ, रैप के जवानों को तैनात किया गया है. खूंटी में भी पुलिस की गश्त तेज कर दी गयी है. खूंटी-सिलादोन पथ पर पुलिस तैनात है. वाहनों की नियमित जांच की जा रही है. चर्चा यह भी थी कि कांकी गांव में ग्रामीणों ने फिर से बैरिकेडिंग कर दी है, लेकिन डीएसपी ने इससे इनकार किया. उन्होंने कहा कि पुलिस की कार्रवाई के बाद से ग्रामीणों द्वारा बैरिकेडिंग नहीं की गयी है. कहा जा रहा है कि घटना के बाद से खूंटी के ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामसभा की बैठक तेज हो गयी है.