रांचीः जामताड़ा वन प्रक्षेत्र में हुए करीब 50 लाख की गड़बड़ी की जांच निगरानी से कराने पर सरकार कोई निर्णय नहीं ले पा रही है, जबकि फाइल मंत्रिमंडल निगरानी विभाग में पिछले कई माह से पड़ी है. अब फाइल का क्या करना है, इस पर भी कोई आधिकारिक निर्णय नहीं लिया गया है. इससे स्पष्ट है कि सरकार को मामले की जांच निगरानी से कराने को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं है. उल्लेखनीय है कि पूर्व में आनंद कुमार वन प्रक्षेत्र जामताड़ा में वन क्षेत्र पदाधिकारी के रूप में पदस्थापित थे. उस वक्त उन्हें विभिन्न योजनाओं में गड़बड़ी बरते जाने संबंधी जानकारी मिली थी.
इस संबंध में लिखित शिकायत आनंद कुमार ने निगरानी ब्यूरो से की थी. अपनी शिकायत में उन्होंने यहां तक बताया था कि गड़बड़ी में वन विभाग के चार अफसर शामिल हैं, इसलिए पूरे मामले की जांच कर उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाये. निगरानी ब्यूरो ने प्राप्त लिखित शिकायत के आधार पर परिवाद संख्या 558/12 दर्ज कर मामले को सरकार के पास भेजा. निगरानी की ओर से सरकार से निर्देश भी मांगा गया, लेकिन अब तक सरकार की ओर से निगरानी को निर्देश नहीं दिया गया.
इस वजह से न तो निगरानी मामले में अभी तक जांच शुरू कर सकी है और न ही किसी प्रकार की कार्रवाई.