दुमका : जेवीएम सुप्रीमो सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी दुमका संसदीय क्षेत्र से 4 अप्रैल को नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. दुमका में पार्टी के क्षेत्रीय चुनाव कार्यालय में मीडिया से बातचीत में श्री मरांडी ने कहा कि जेवीएम का लक्ष्य झारखंड की सभी 14 सीटों को जीतकर संसद में झारखंड की सशक्त आवाज बनना है. उन्होंने कहा कि झाविमो झारखंड के समुचित विकास की लड़ाई लड़ रही है. इस चुनावी मैदान में उसका कोई प्रतिद्वंदी नहीं है.
उनकी पार्टी मुद्दों की राजनीति करती है और इन्हीं मुद्दों को लेकर वे भी जनता के बीच जाते रहे हैं. कहा : चुनाव में उनकी पार्टी झारखंड की गरीबी, अशिक्षा, हिंसा, अपराध और उग्रवाद जैसे विषयों को लेकर जनता तक पहुंचेगी. श्री मरांडी ने कहा कि दिल्ली से बैठ कर झारखंड में सरकार चलाने का सिलसिला बंद होना चाहिए. उनकी पार्टी देश में गैर कांग्रेसी-गैर भाजपा सरकार की हिमायती है.
दुमका अभेद दुर्ग नहीं
श्री मरांडी ने कहा कि दुमका कोई अभेद दुर्ग नहीं है. सात बार अगर शिबू सोरेन यहां से चुनाव जीते हैं, तो दो बार उन्हें भी यहां की जनता ने अपना जनप्रतिनिधि चुना है. श्री मरांडी ने कहा कि झामुमो का यहां कोई किला ही नहीं है. यहां की जनता ने सांसद व सीएम के रूप में हमारा काम देखा है. हमें जनता का भरपूर समर्थन मिलेगा. कहा: यहां जेवीएम के एक-एक कार्यकर्ता बाबूलाल मरांडी है, जिन्होंने पूर्व में भी जीत दिलायी थी, इस बार भी जीत दर्ज कराने को वे तैयार हैं.
किसी भी क्षेत्र से लड़ सकता हूं चुनाव
कोडरमा छोड़ दुमका से चुनाव लड़ने को लेकर दूसरे दलों द्वारा उठाये जा रहे सवालों पर श्री मरांडी ने कहा कि वे हार कर नहीं कोडरमा से पराजित होकर नहीं, बल्कि जीत कर दुमका से चुनाव लड़ रहे हैं. दुमका में 1998-99 में उन्होंने जब चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की थी, तब भी पराजित होकर वे कोडरमा नहीं गये थे. कोडरमा से भी वे तीन बार सांसद चुने गये. वहां की जीत के बाद यहां आये हैं. वहां उन्हें कोई हार का भय नहीं था. कहा कि वे किसी भी क्षेत्र से चुनाव लड़ सकते हैं.