बताया जाता है 10.45 बजे तीन बाइक पर सवार होकर सात डकैत ग्राहक बन बैंक में घुसे. तब फील्ड आॅफिसर संजय पांडेय काम कर रहे थे. इसी दौरान एक डकैत उनके पास पहुंचा व उनकी कनपटी में पिस्तौल सटा दी.
वहीं बैंक के अन्य कर्मचारी प्रदीप तिग्गा, प्रदीप प्रसाद, ज्योति प्रसाद को कब्जे में लेकर वज्रगृह में बंद कर दिया. इसके बाद सीसीटीवी कैमरा, अलार्म व डीबीआर को अपने पास रख लिया. फिर बैंक में रखे रुपयों से भरे बैग को लेकर चलते बने. डकैतों की संख्या सात थी. सभी बेनकाब थे व उनकी उम्र 25 से 40 वर्ष के बीच थी.