हाजीपुर : वैशाली बौद्ध सर्किट का समुचित विकास नहीं हो रहा है. यह आरोप लगाते हुए पूर्व लोक सभा सांसद सह केंद्रीय मंत्री डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह ने एक ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया है. उन्होंने ज्ञापन में कहा है कि भगवान बुद्ध से संबंधित स्थलों की सूची भी नहीं बनी है. साथ ही पर्यटकों की सुविधा के लिए विवरणिका भी नहीं बनायी गयी है.
उन्होंने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया है कि राज्य पर्यटन विभाग ने उन सभी स्थलों की सूची और संक्षेप में ऐतिहासिक विवरण की मांग की है, जिसे अभी तक नहीं भेजा गया है. श्री सिंह ने जिला प्रशासन से भगवान बुद्ध की अस्थिमंजूषा, जो 1958 में वैशाली की खुदाई में मिली थी, वैशाली में वह स्थान, जिसे सुरक्षित रखा गया है, अभिषेक पुष्करणी तालाब, जिसमें लिच्छवी गणतंत्र और बज्जी संघ के प्रतिनिधि शपथ लेते थे,
भिक्षुणी पोखर जैसे स्थानों की सूची को अविलंब भेजी जाये. इससे इन स्थानों को विकसित किया जा सकेगा. उन्होंने जिला प्रशासन से अपील की कि एक अधिकारी को इसके लिए जिम्मेवारी दी जाये. उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर में जो बुद्ध स्थल हैं, उनके विकास के लिए राज्य प्रशासन से बात की गयी है.