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पांच सौ बेड का होगा हाजीपुर सदर अस्पताल
कवायद. होगा कायाकल्प, आनेवाले दिनों में भव्य अस्पताल भवन का दिखेगा नजारा अस्पतालों को अपग्रेड कर आधारभूत संरचना के विकास से लेकर चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की कमी दूर करने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग में पहल शुरू कर दी गयी है. जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से भेजे गये प्रस्ताव पर राज्य स्वास्थ्य समिति […]
कवायद. होगा कायाकल्प, आनेवाले दिनों में भव्य अस्पताल भवन का दिखेगा नजारा
अस्पतालों को अपग्रेड कर आधारभूत संरचना के विकास से लेकर चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की कमी दूर करने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग में पहल शुरू कर दी गयी है. जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से भेजे गये प्रस्ताव पर राज्य स्वास्थ्य समिति की मंजूरी के बाद कई योजनाओं पर निकट भविष्य में काम शुरू होनेवाला है.
सरकार ने वैशाली जिले में 500 बेड वाले सदर अस्पताल के साथ ही राघोपुर के मोहनपुर रेफरल अस्पताल को अपग्रेड करने प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसका निर्माण बिल्डिंग डिविजन करायेगा या बीएमआइ, यह तय होना बाकी है. उपयुक्त स्थल का चयन किया जा रहा है.
हाजीपुर : जिले की बदहाल चिकित्सा व्यवस्था को दुरुस्त करने की कवायद शुरू हो गयी है. स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए जिले के सदर अस्पताल समेत अनुमंडल अस्पताल, रेफरल अस्पताल एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक सुविधाएं बहाल की जायेंगी.
अस्पतालों को अपग्रेड कर आधारभूत संरचना के विकास से लेकर चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की कमी दूर करने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग ने पहल कर दी है. जिला स्वास्थ्य समिति के भेजे गये प्रस्ताव पर राज्य स्वास्थ्य समिति की मंजूरी के बाद निकट भविष्य में काम शुरू होने वाला है. सरकार ने वैशाली जिले में 500 बेड वाले सदर अस्पताल के साथ ही राघोपुर के मोहनपुर रेफरल अस्पताल को अपग्रेड करने प्रक्रिया शुरू कर दी है.
जिले के सदर अस्पताल का कायापलट होने वाला है. वर्तमान में कई आवश्यक सुविधाओं और मैन पावर की कमी झेल रहा यह अस्पताल आने वाले दिनों में 500 बेड वाले भव्य अस्पताल के रूप में नजर आयेगा. राज्य सरकार द्वारा कई वर्ष पहले ही यह निर्णय लिया गया था, लेकिन बीच में यह योजना अधर में थी. सरकार ने इसे अमली जामा पहनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
इसका निर्माण बिल्डिंग डिविजन करायेगा या बीएमआइ, यह तय होना बाकी है. इसकी स्थापना के लिए उपयुक्त स्थल का चयन किया जा रहा है.
50 लाख की लागत से बनेगा 50 बेड का मातृशिशु वार्ड : सदर अस्पताल स्थित मातृ शिशु स्वास्थ्य इकाई ने अब बेड की कमी दूर होगी. अस्पताल परिसर में स्थित लेबर वार्ड का विस्तार किया जायेगा.
लेबर वार्ड में अभी कुल मिला कर 30 बेड हैं. यहां बेड के अभाव में प्रसव को आनेवाली महिलाओं को फर्श पर सोने की नौबत आती रहती है. जिला स्वास्थ्य समिति ने 30 बेड वाली इस इकाई का दायरा बढ़ाने के लिए इसके अतिरिक्त 50 लाख रुपये की लागत से 50 बेड वाले वार्ड के निर्माण का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा था. राज्य स्वास्थ्य समिति से इस प्रस्ताव को स्वीकृति के लिए दिल्ली भेजा गया. वहां से भी इसे हरी झंडी मिल चुकी है. अब सदर अस्पताल का लेबर वार्ड 80 बेडों का हो जायेगा.
अगले महीने चालू होगा 10 बेड का मेंटल वार्ड : राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सदर अस्पताल परिसर में मेंटल हेल्थ केयर सेंटर खोलने की तैयारी चल रही है. मार्च महीने से इसे शुरू करने की योजना है.
मेंटल यूनिट में मानसिक रोगियों के इलाज के लिए ओपीडी के अलावा 10 बेड का वार्ड बनाया जायेगा.स्वास्थ्य विभाग से स्वीकृति मिलने के बाद से इस पर तेजी से काम चल रहा है. इसके लिए परिसर में भवन का चयन हो चुका है. डीपीएम कार्यालय के पुराने भवन में इसे खोलने की तैयारी की जा रही है.
मेंटल हेल्थ केयर सेंटर में मानसिक रोग विशेषज्ञ चिकित्सक, साइकोलॉजिस्ट, काउंसलर, नर्स एवं पारामेडिकल स्टाफ नियुक्त किये जायेंगे. यहां मानसिक रोग के मरीजों के इलाज के साथ उनकी देखभाल, दवा और भोजन की व्यवस्था की जायेगी.
सदर अस्पताल में शीघ्र चालू होगा आइसीयू : सदर अस्पताल से गंभीर मरीजों को पीएमसीएच भेजने की मजबूरी से मुक्ति मिलने के आसार दिखने लगे हैं. अस्पताल परिसर में स्थापित इन्सेंटिव केयर यूनिट को चालू करने की तैयारी की जा रही है. एसीएमओ डाॅ अमरनाथ झा ने बताया कि एक पखवारे के अंदर सदर अस्पताल में आइसीयू को चालू करा दिया जायेगा.
आइसीयू में गंभीर स्थिति वाले मरीजों को जीवन रक्षक प्रणाली की सुविधा उपलब्ध होने से ऐसे रोगियों को भारी राहत मिलेगी, जिन्हें इमरजेंसी में पीएमसीएच रेफर करना पड़ता है. गहन चिकित्सा के लिए वेंटिलेटर समेत अन्य उपकरण मौजूद हैं, लेकिन चिकित्सकों एवं स्टाफ के अभाव में इसे चालू नहीं किया जा सका.
क्या कहते हैं अधिकारी
सदर अस्पताल समेत जिले के अन्य अस्पतालों में इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने का काम शुरू कर दिया गया है. जिले के रोगियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं. सदर अस्पताल में शीघ्र ही मेंटल केयर यूनिट और आइसीयू को चालू कर दिया जायेगा.
डाॅ इंद्रदेव रंजन, सिविल सर्जन
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