सुपौल/सहरसा : नगर परिषद क्षेत्र के सपटियाही वार्ड नंबर दो के दो युवकों की मौत रविवार की रात सुपौल के बकौर से बरात से लौटने के दौरान वाहन दुर्घटना में हो गयी. इस हादसे में सपटियाही निवासी बिनोद भगत के पुत्र शंभु भगत व महेंद्र यादव के पुत्र जयकांत यादव दोनों की मौत घटना स्थल […]
सुपौल/सहरसा : नगर परिषद क्षेत्र के सपटियाही वार्ड नंबर दो के दो युवकों की मौत रविवार की रात सुपौल के बकौर से बरात से लौटने के दौरान वाहन दुर्घटना में हो गयी. इस हादसे में सपटियाही निवासी बिनोद भगत के पुत्र शंभु भगत व महेंद्र यादव के पुत्र जयकांत यादव दोनों की मौत घटना स्थल पर ही हो गयी. रविवार की रात दोनों युवक सहरसा स्थित पशुपालन सपटियाही चौक से अपने मित्र सूर्यनारायण चौधरी के पुत्र की शादी समारोह में सुपौल जिले के बकौर गये हुए थे. बरात में खाने पीने के बाद मृतक शंभु भगत व जयकांत तीन दोस्तों के साथ स्विफ्ट डिजायर गाड़ी से सहरसा वापस आ रहे थे. जो गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई,
वह शंभु भगत की बतायी गयी है. घटना के समय गाड़ी में सवार अन्य तीन लोग जो घायल हुए हैं, उनके द्वारा बताया गया कि दुर्घटना के समय वाहन को खुद शंभु ही चला रहा था. घटना के संबंध में बताया गया कि बकौर से कुछ दूर निकलते ही पीछे से तेज रफ्तार से आ रही एक बोलेरो गाड़ी नंबर बीआर 19 जी 2548 शंभु की गाड़ी बीआर 09 टी 3049 को ओवरटेक करने के चक्कर में दोनों ही गाड़ी सड़क से करीब दस फीट नीचे पलटी मार दी. इस दुर्घटना में सपटियाही के रहने वाले दिनों युवक शंभु ओर जयकांत ने घटना स्थल पर ही दम तोड़ दिया. शंभु की गाड़ी में सवार तीन और युवक जो उसी गाड़ी में सवार थे, उन सभी की जान बच गयी है. घायलों में शामिल सन्नी कुमार राज, रमन कुमार व एक अन्य युवक का निजी अस्पताल में इलाज हो रहा है.
अगले ही महीने शंभु की होने वाली थी शादी: चार भाई बहनों में शंभु सबसे बड़ा भाई था. अगले ही महीने शंभु की शादी होने वाली थी. लेकिन ईश्वर को शायद यह सब मंजूर नहीं था. इसलिए शंभु के सर पर सेहरा सजने से पहले ही भगवान ने उसे अपने पास बुला लिया. अपने घर का कमाऊ पुत्र शंभु ही घर के लोगों का एकमात्र सहारा था. लोगों का कहना था कि ट्रांसपोर्ट के बिजनेस में शंभु ने कुछ सालों से अपना पांव ही जमाया था. वह काफी तरक्की की ओर अभी बढ़ ही रहा था. इसी साल 15 फरवरी को लड़की वाले की ओर से उसकी शादी के लिए छेका भी हो चुका था. अप्रैल में खगड़िया जिले के रामगंज में शादी होने वाली थी. इसी तरह महेंद्र यादव के मृतक पुत्र जयकांत ने भी अपनी पारिवारिक जिंदगी को कुछ ही महीने पहले शुरू ही किया था. करीब एक साल पूर्व जयकांत भी शादी के बंधन में बंधा था. लेकिन इस हादसे में उसकी मौत ने एक महिला की मांग को भी सूनी कर दिया. दो परिवारों के लोगों पर दुखों का पहाड़ भगवान ने खड़ा कर दिया है. एक ही गांव में दो युवकों की मौत हो जाने से पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. दोनों ही युवक का शव उनके घर आते ही परिवार सहित आसपास के लोग दहाड़ मारकर रोने लगे.