निश्चय यात्रा. चौथे चरण के पहले पड़ाव में सुपौल पहुंचे मुख्यमंत्री
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बिहार को बदनाम करने में लगे हैं कुछ लोग : नीतीश
निश्चय यात्रा. चौथे चरण के पहले पड़ाव में सुपौल पहुंचे मुख्यमंत्री निश्चय यात्रा के चौथे चरण में सुपौल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने योजनाओं का निरीक्षण करने के बाद जिला मुख्यालय स्थित गांधी मैदान में जनसभा को संबोधित किया. सुपौल : निश्चय यात्रा के चौथे चरण के पहले पड़ाव में सुपौल पहुंचे सूबे के मुख्यमंत्री […]
निश्चय यात्रा के चौथे चरण में सुपौल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने योजनाओं का निरीक्षण करने के बाद जिला मुख्यालय स्थित गांधी मैदान में जनसभा को संबोधित किया.
सुपौल : निश्चय यात्रा के चौथे चरण के पहले पड़ाव में सुपौल पहुंचे सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी योजनाएं व उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि हम ऐसे काम करते हैं, जिससे लाभ लेने वालों को कोई परेशानी न हो. गुरुवार को पहले सदर प्रखंड के आदर्श बलहा पंचायत में फिर जिला मुख्यालय स्थित गांधी मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव पूर्व जब महागंठबंधन बना तो हमने साझा कार्यक्रम तय किया. सरकार बनी तो इसी के तहत सोच विचार कर सात निश्चय कार्यक्रम को लागू किया गया. बहुतों ने सवाल उठाये. लेकिन हम जो भी करते हैं पूरी तैयारी के साथ करते हैं.
बिना किसी तैयारी के कोई काम नहीं करते. बारीकी से अध्ययन व आकलन करते हैं. बावजूद कुछ लोग बिहार को बदनाम करने में जुटे हैं. एक अपराध की घटना होती है तो वह सुर्खियां बन जाती है. लेकिन प्रति एक लाख की जनसंख्या पर होने वाले अपराध में बिहार का स्थान 22वां है. जबकि दिल्ली का स्थान पहला है. लेकिन शिकायत बिहार की होती है. केंद्र सरकार कहती है कि 500 करोड़ में स्मार्ट सिटी बनायेगी.
बिहार को बदनाम…
कैसे बनायेगी पता नहीं, पर हमने तो सरकार बनने के साथ ही जो सकंल्प लिया था, उस पर पूरी तैयारी के साथ काम शुरू कर दिया है. निश्चय यात्रा के तहत हम इन्हीं कार्यों व योजनाओं की प्रगति को देख रहे हैं. हमने तय किया है कि चार साल में बिहार के हर घर में नल का जल पहुंचा देंगे. गांव की हर गली पक्की व नाला का निर्माण होगा. 2017 के दिसंबर माह तक बिहार के हर गांव तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य है और यही नहीं गांव के साथ हर व्यक्ति के घर तक बिजली कनेक्शन पहुंच जाय, ऐसी हमारी कोशिश है.
सामाजिक क्रांति की रखी बुनियाद : सात निश्चय के तहत आने वाली योजनाओं की उपलब्धि गिनाते सीएम ने कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में बिहार देश के सामने नजीर पेश कर रहा है. पहले पंचायती राज व स्थानीय नगर निकाय में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया. इसके बाद बिहार की हर नौकरी में महिलाओं को 35 प्रतिशत की हिस्सेदारी दी. ऐसा करने वाला बिहार देश का पहला राज्य है. लड़कियों को पोशाक व साइकिल दी, जिसने सामाजिक क्रांति की बुनियाद रखी.
युवाओं को क्षमतावान व प्रतिभाशील बताते सीएम ने कहा कि देश के अन्य राज्यों की तुलना में बिहार में ही युवाओं की संख्या सर्वाधिक है. जो हमारी पूंजी हैं. इनके लिए एक निश्चय में पांच योजनाएं हैं. जिनमें पढ़ाई के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, नौकरी की तलाश करने वालों को स्वयं सहायता भत्ता, कुशल युवा कार्यक्रम के तहत कंप्यूटर व अंग्रेजी की शिक्षा देने की व्यवस्था की गयी है.
जनता के सहयोग के बिना शराबबंदी नहीं होगी सफल
नीतीश ने कहा कि उद्यमशील युवाओं के लिए 500 करोड़ रुपये का वेंचर कैपिटल फंड का गठन किया गया है. सभी सरकारी कॉलेज व विश्वविद्यालय में मुफ्त वाइ-फाइ की सुविधा जल्द ही शुरू होने वाली है. इसके अलावा हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज, पोलीटेक्निक इंस्टीच्यूट, जीएनएम, महिला आइटीआइ, पारा मेडिकल इंस्टीच्यूट बनने जा रहा है. जिससे पढ़ने वालों बच्चों को राज्य के बाहर न जाना पड़े. राज्य में पांच नये मेडिकल कॉलेज खोले जायेंगे. लोक शिकायत निवारण अधिनियम केंद्र के बारे में उन्होंने कहा कि यह अद्भूत काम कर रहा है. आवेदन दें और आपकी शिकायतों का निष्पादन हो जायेगा.
अंत में शराबबंदी की चर्चा करते उन्होंने कहा कि कड़ा कानून तो हमने बना दिया पर आपके सहयोग के बिना उसका पालन करना संभव नहीं है. कई लोग बंगाल, झारखंड, नेपाल व अन्य जगहों से शराब ले आते हैं और अवैध धंधा शुरू कर दिया है. पर इन पर भी अब कड़ी नजर रखी जा रही है.
परिश्रमी व क्षमतावान हैं बिहार के युवा : सीएम ने कहा कि बिहार में सबसे अधिक आबादी युवाओं की है. यहां के युवा काफी परिश्रमी और क्षमतावान भी हैं. लेकिन संसाधनों की कमी और पारिवारिक निर्धनता की वजह से 13 प्रतिशत युवा 12वीं कक्षा से आगे नहीं पढ़ पाते थे. ऐसे युवाओं के लिये सरकार द्वारा स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना शुरू किया. कहा कि रोजगार की तलाश करने वाले बेरोजगार 20 से 25 वर्ष के युवकों को दो साल तक भत्ता देने की सुविधा दी गयी.
कुशल युवा कार्यक्रम के तहत कंप्यूटर ज्ञान, संवाद कौशल के तहत भाषा का ज्ञान एवं व्यवहार कौशल विकसीत करने की व्यवस्था की गयी है. इसके लिये 500 करोड़ का फंड भी गठित किया गया है. सीएम ने इंटरनेट की महत्ता बताते हुए इसका सदुपयोग करने की बात कही. कहा कि सरकार द्वारा सभी कॉलेजों में मुफ्त वाइ-फाइ की व्यवस्था की जा रही है.
उन्होंने इंटरनेट की मुफ्त सुविधा से ज्ञान को डाउनलोड करने की बात कही. कौशल विकास केंद्र की चर्चा करते हुए युवाओं को इससे लाभ उठाने का आह्वान किया. कहा कि शिक्षा में विकास के लिये इंजिनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्नीक, महिला आइटीआइ एवं अनुमंडल स्तर पर एएनएम व जीएनएम कॉलेज, पारामेडिकल कॉलेज आदि खोले जायेंगे.
शराबबंदी को बताया सांप्रदायिक सद्भाव का प्रतीक
सीएम ने शराबबंदी को सांप्रदायिक सद्भाव का प्रतीक भी बताया. उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों को मानव शृंखला में शामिल होने हाथ खड़ा कर सहमति ली. साथ ही धर्म के नाम पर विद्वेष फैलाने वालों से सावधान रहने का भी आह्वान किया. सभा से पूर्व सीएम ने महिला आइटीआइ, जिला परामर्श केंद्र एवं बलहा में पंचायत का निरीक्षण किया.
जिलाधिकारी वैद्यनाथ यादव की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम को अल्पसंख्यक सह जिले के प्रभारी मंत्री अब्दुल गफूर, उर्जा व वाणिज्यकर मंत्री विजेंद्र यादव, आपदा प्रबंधन मंत्री प्रो चंद्रशेखर, विधान परिषद के उप सभापति हारुण रशीद, सूबे के विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा, डीजीपी पी के ठाकुर व अन्य ने संबोधित किया.
गिनायी सात निश्चय की योजनाएं व अपनी उपलब्धियां
अपराध के मामले में देश में पहले स्थान पर दिल्ली पर शिकायत बिहार की होती है
हम ऐसे काम करते हैं जिससे लाभ लेनेवालों को कोई परेशानी न हो
सीएम ने बलहा पंचायत का किया निरीक्षण, जनसभा को किया संबोधित
उद्यमशील युवाओं के लिए 500 करोड़ रुपये का वेंचर कैपिटल फंड का गठन
सुपौल के गांधी मैदान में आयोजित सभा को संबोधित करते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार.
अब अच्छे काम में लग रहा है शराब का पैसा
सीएम नीतीश कुमार ने शराबबंदी की चर्चा करते कहा कि सूबे में शराब की बिक्री पर रोक लगने से माहौल बदल गया है. शाम के वक्त लोगों को गाली-गलौज नहीं सुनायी देती. चारों ओर शांति का माहौल है. उन्होंने कहा कि शराब का पैसा अब अच्छे काम पर खर्च हो रहा है. दूध, लस्सी, मिठाइयां व कपड़े तथा रेडिमेड की बिक्री बढ़ गयी है. लोग कहते थे शराब बंद करने से राज्य को पांच हजार करोड़ के राजस्व का नुकसान होगा, लेकिन यह नुकसान नहीं है. बल्कि शराबबंदी से लोगों के 10 हजार करोड़ का बचत हुआ है.
21 जनवरी से फिर से शुरू होगा अभियान
जीविका की दीदियों को शराबबंदी पर नजर रखने के लिए सजग रहने का आह्वान किया. कहा शराब पीने वाले अब ड्रग व अफीम तो नहीं ले रहे, इस पर नजर रखनी होगी. दो नंबरिया धंधे की तुरंत सूचना दीजिये, शख्त कार्रवाई की जायेगी. 21 जनवरी से फिर अभियान प्रारंभ किया जायेगा. इसका समापन 22 मार्च को बिहार दिवस के अवसर पर होगा.
21 जनवरी को पूरे राज्य में मानव शृंखला बनाया जायेगा. जिसमें दो करोड़ लोग भागीदार बनेंगे. सीएम ने पड़ोसी राज्यों से शराब का चल रहे कारोबार की भी चर्चा की. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जिस इलाके में अवैध शराब पकड़ा जायेगा, वहां उत्पाद विभाग वाले भी घेरे जायेंगे.
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