दुखद. 14 सितंबर को हुई थी दो पक्षों में मारपीट, गुरुवार को एक की मौत
Advertisement
गुस्साये लोगों ने किया सड़क जाम
दुखद. 14 सितंबर को हुई थी दो पक्षों में मारपीट, गुरुवार को एक की मौत गत 14 सितम्बर 2016 को सखुआ गांव में दो पक्षों के बीच भूमि विवाद में मारपीट की घटना घटित हुई थी, जिसमें सात व्यक्ति बुरी तरह से जख्मी हो गए थे. मरौना : थानाक्षेत्र अन्तर्गत ललमनियां पंचायत स्थित सखुआ गांव […]
गत 14 सितम्बर 2016 को सखुआ गांव में दो पक्षों के बीच भूमि विवाद में मारपीट की घटना घटित हुई थी, जिसमें सात व्यक्ति बुरी तरह से जख्मी हो गए थे.
मरौना : थानाक्षेत्र अन्तर्गत ललमनियां पंचायत स्थित सखुआ गांव में भूमि विवाद को लेकर गत दिनों दो पक्षों के बीच हुई मारपीट की घटना में दो महिला सहित पांच व्यक्ति बुरी तरह से जख्मी हो गए थे. जिसमें एक जख्मी 55 वर्षीय बद्री मंडल की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई. मृत्यु की खबर पाते ही मृतक के परिजन व स्थानीय लोग आक्रोशित हो उठे. आक्रोशित लोगों ने मूंगराहा गांव के समीप मरौना-निर्मली मुख्य पथ पर लाश को सड़क पर रखकर जाम व प्रदर्शन करते हुए एसपी के आने व थानाध्यक्ष को बर्खास्त करने मांग करने लगे. प्रदर्शनकारी पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी कर रहे थे.
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पुलिस-प्रशासन की मिलीभगत से हमारे साथ अन्याय किया गया है. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि घटना घटित होने से पूर्व ही मरौना थाना में हम लोगों ने आवेदन समर्पित करते हुए कहा था कि सखुआ निवासी बीरेन्द्र साह, लोकेश साह, नीरज कुमार साह, प्रमोद कुमार साह, राजदेव साह, गिरधारी साह व अन्य के द्वारा पहले से ही जान से मारने की धमकी दी जाती थी. लेकिन मरौना थानाध्यक्ष ने दिये गए आवेदन के आलोक में कोई भी कार्रवाई नहीं की. साथ ही घटना घटित होने के बाद केस दर्ज करने से भी इनकार कर दिया था.
शव रख प्रदर्शन करते आक्रोशित ग्रामीण.
कहते हैं अधिकारी
घटना बाबत पूछने पर एसडीपीओ संतोष कुमार ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा.
पांच घंटे तक लगी रही जाम : सड़क जाम की खबर सुनते ही अनुमंडल पदाधिकारी अरूण कुमार सिंह, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संतोष कुमार, इंस्पेक्टर जयशंकर सिंह, मरौना बीडीओ सुशील कुमार, मरौना सीओ कृष्ण कुमार यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया. आक्रोशित परिजन एसडीओ श्री सिंह व डीएसपी श्री कुमार के समझाने-बुझाने पर भी मानने को तैयार नहीं हुए और आरक्षी अधीक्षक को बुलाने की अपनी मांग पर कायम रहे. आक्रोशित परिजनों का कहना था कि जब तक हमें न्याय नहीं मिलता, हम सभी अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे.
उन्होंने कहा कि इतना कुछ हो जाने के बाद भी मरौना थानाध्यक्ष अभी तक यहां नहीं पहुंचे जो पुलिस प्रशासन व दबंगों की आपसी मिली भगत को दर्शाता है. एसडीओ श्री सिंह के आश्वासन उपरान्त प्रदर्शन कारियों ने लगातार पांच घंटे से सड़क जाम को हटाकर प्रदर्शन बंद किया. एसडीओ श्री सिंह ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि एसपी व जिला पदाधिकारी को इस संबंध में सूचित किया जायेगा और पीड़ित परिवार को न्याय अवश्य मिलेगा.
सात व्यक्ति बुरी तरह से हो गये थे जख्मी : विगत 14 सितंबर 2016 को सखुआ गांव में दो पक्षों के बीच भूमि विवाद में जमकर मारपीट की घटना घटित हुई थी, जिसमें सात व्यक्ति बुरी तरह से जख्मी हो गए थे. मृतक के पुत्र रामाशीष मंडल ने थाने में घटना को लेकर थाने में कांड संख्या 90/016 दर्ज कराते हुए कहा था कि गांव के ही बीरेन्द्र साह, लोकेश साह, नीरज कुमार साह, राजदेव साह, प्रमोद साह, अरूण कुमार साह, गिरधारी साह व अन्य ने हरवे-हथियार के बल पर उनका निजी जमीन में लगा शीशम का पेड़ काटकर ट्रैक्टर से उठा ले जाने लगे. उन्हें रोकने का प्रयास करने पर उन लोगों ने उनके पिता को बंदूक के कुंदे से सर पर वार कर दिया. जिससे उनके िसर से काफी मात्रा में खून निकलने लगा. साथ ही उनकी गर्भवती पत्नी मंजू देवी की बुरी तरीके से पिटाई कर दी. जिससे मौके पर ही वह खून की उल्टी करने लगी और उसके पेट में पल रहा बच्चे ने भी दम तोड़ दिया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement