कोसी प्रमंडल के तीनों िजले में कार्यालय संचालित कर फरजी कागजात व नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाली संस्था का मुख्य आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया उसका नेटवर्क मधुबनी से लेकर भागलपुर तक फैला हुआ है.
सुपौल : कोसी प्रमंडल के तीनों जिले में कार्यालय संचालित कर नौकरी व ऋण दिलाने के नाम पर ठगी करने वाली संस्था का मुख्य सरगना ओम प्रकाश कामत को आखिरकार सदर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. सोमवार को गिरफ्तार मुख्य सरगना सहित शनिवार को हिरासत में लिये गये शाखा प्रबंधक वीरेंद्र कुमार को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.
ज्ञात हो कि विगत तीन दिनों से चल रही जांच के बाद सोमवार को सदर थानाध्यक्ष राम इकबाल यादव ने स्पष्ट करते हुए बताया कि दंडाधिकारी विनोद कुमार सिंहा के साथ संयुक्त रूप से गहन छानबीन के बाद स्पष्ट हुआ है कि ग्रामीण विकास सेवा संस्थान नामक संस्था प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत ऋण दिलाने व नौकरी देने के नाम पर ठगी कर रही थी.
थानाध्यक्ष ने बताया कि संस्था से जब्त कागजात व संचालक द्वारा प्रस्तुत किये गये अभिलेख से स्पष्ट है कि संस्था सुपौल, सहरसा व मधेपुरा जिले में बेरोजगार युवक युवतियों से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी कर रही थी. थानाध्यक्ष ने बताया कि इस मामले में ठगी के शिकार बने मरौना प्रखंड के वीरेंद्र कुमार यादव के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर विधि सम्मत कार्रवाई की जा रही है. ज्ञात हो कि शनिवार को सदर थानाध्यक्ष राम इकबाल यादव ने शहर के बसविट्टी रोड स्थित अंसारी चौक पर एक मकान में संचालित फरजीवाड़ा करने वाली संस्था का उद्भेदन किया था. उद्भेदन के दौरान कार्यालय कर्मियों ने संस्था को सही बताते हुए कई दस्तावेज पेश किया था. थानाध्यक्ष ने तत्काल सदर अनुमंडलाधिकारी को संस्था की जानकारी देते हुए दंडाधिकारी नियुक्त करने का आग्रह किया.
दंडाधिकारी विनोद कुमार सिंहा व थानाध्यक्ष ने करीब 24 घंटे तक जब्त कागजातों का जांच के बाद फरजीवाड़ा के आरोप को सही मानते हुए सोमवार को प्राथमिकी दर्ज कर ठगी के इस गोरखधंधे का मास्टर माइंड ओम प्रकाश कामत को गिरफ्तार कर लिया गया.