सुपौल : होली के दौरान रंग लगाने को लेकर उपजे विवाद को शांत करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन के नेतृत्व में शांति समिति की बैठक शनिवार को सदर थाना परिसर में जिला पदाधिकारी बैद्यनाथ यादव की अध्यक्षता में हुई.जिसमें अधिकारियों के साथ ही जनप्रतिनिध एवं शहर के गणमान्य लोगों ने भाग लिया.बैठक के दौरान जिले की समृद्ध विरासत एवं भाईचारे का जिक्र करते इसे आगे भी बनाये रखने की अपील की गयी.
वहीं मामले को लेकर दोनों पक्षों द्वारा दर्ज की गयी शिकायत को रद्द करते हुए आपसी सद्भावना बरकरार रखने की बात कही गयी.पूर्व सांसद विश्वमोहन कुमार, पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना, भाजपा जिलाध्यक्ष नागेंद्र नारायण ठाकुर, पूर्व जिलाध्यक्ष विजय शंकर चौधरी व संतोष प्रधान, विहिप के प्रांत सेवा प्रमुख चंद्रकांत झा, सुरेंद्र नारायण पाठक, मो बदीउज्जमा, जियाउर रहमान, आलमगीर आलम, रामचंद्र प्रसाद यादव आदि ने मौके पर अपने संबोधन में सुपौल को सूबे का सबसे शांत जिला बताया.
कहा कि लोगों के आपसी प्रेम व सद्भाव का ही नतीजा है कि जिले में अब तक एक भी सांप्रदायिक दंगे की घटना नहीं हुई है.उन्होंने शहर व जिले में व्याप्त सद्भावना व भाईचारे को आगे भी बनाये रखने का आह्वान किया.मौके पर समाज के असामाजिक तत्वों से सावधान रहने एवं ऐसे तत्वों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही गयी.संभ्रांत नागरिकों ने पर्व व त्योहारों के मौके पर प्रशासन से भी सजग एवं सतर्क रहने की अपेक्षा जतायी.
कहा कि इस घटना में भी अगर स्थानीय प्रशासन समय पर सही कदम उठाती तो इस तरह की स्थिति उत्पन्न नहीं होती.बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार एकले एवं संबंधित पदाधिकारियों द्वारा दोनों पक्षों की ओर से दायर मुकदमे को समाप्त करने तथा समाजिक समन्वय बनाये रखने का आश्वासन दिया गया.बैठक के दौरान दोनों पक्ष के अब्दुल बारी एवं संजय कुमार ने एक दूसरे को गले लगा कर सांप्रदायिक व सामाजिक सौहार्द का बेमिशाल उदाहरण पेश किया.
जिसके बाद डीएम व एसपी के नेतृत्व में लोगों ने महावीर चौक पहुंच कर आंदोलनकारियों से वार्ता कर बंद व जाम को समाप्त कराया.इस अवसर पर सदर एसडीओ एनजी सिद्दीकी, एसडीपीओ वीणा कुमारी, वरीय उप समाहर्ता धर्मेश कुमार, राहुल कुमार, बीडीओ आर्य गौतम, पुलिस निरीक्षक इंद्रजीत बैठा, थानाध्यक्ष रामइबाल यादव, हासिम सौदागर, युगल किशोर अग्रवाल, मकसूद आलम, मो जमालउद्दीन, विनय भूषण सिंह, ओमप्रकाश यादव, गंगा प्रसाद साह, दीपक सिंह, देव नारायण साह, मो तौहिद अंसारी, कौशल कुमार आदि मौजूद थे.