सुपौल : बदलते जमाने में फैशन का चलन सिर चढ़ कर बोल रहा है. आधुनिक वस्त्रों के साथ शरीर व चेहरे को भी सुंदर बनाने के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ी है. महिलाओं के साथ-साथ अब पुरुष भी सुंदर दिखने की चाहत में तरह-तरह के सौंदर्य प्रसाधनों का उपयोग करने लगे हैं.
देसी व विदेशी कंपनियां आकर्षक विज्ञापनों के माध्यम से अपने उत्पाद को लोगों तक पहुंचाने की होड़ में जुटी हैं. यह दीगर बात है कि इनमें से अधिसंख्य उत्पाद की गुणवत्ता की कोई प्रमाणिकता नहीं होती. आयुर्वेद पद्धति अपना कर समस्या से निजात पाया जा सकता है.
यह बातें निदान कॉस्मेटिक्स व बायोटेक के संचालक डाॅ आरके सिंह ने कहीं. राष्ट्रीय सार्वजनिक मेला में पहुंचे श्री सिंह ने बताया कि सुंदरता का मुख्य श्रोत कांतिमय त्वचा है. निदान कॉस्मेटिक्स द्वारा वेदा प्लस व एनएलएस मशीन द्वारा रोगों की पहचान कर उसका उपचार किया जाता है. इन यंत्रों के जरिये चंद मिनटों में ही गठिया, बाबासीर, उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, किडनी, लीवर, पथरी, मधुमेह आदि से जुड़े रोगों की पहचान कर उपचार किया जाता है.