खाद्य निगम के गोदाम से चावल का उठाव कर स्कूल तक पहुंचाने के लिए निकली है निविदा
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प्रकाशित निविदा पर उठ रहे सवाल
खाद्य निगम के गोदाम से चावल का उठाव कर स्कूल तक पहुंचाने के लिए निकली है निविदा निविदा जमा करने के लिए महज दो िदन का दिया गया है समय, हल्ला मचने पर अधिकारी मामले को मैनेज करने में जुटे सुपौल : बिहार राज्य मध्याह्न भोजन योजना समिति सुपौल द्वारा जिले के दस प्रखंडों में […]
निविदा जमा करने के लिए महज दो िदन का दिया गया है समय, हल्ला मचने पर अधिकारी मामले को मैनेज करने में जुटे
सुपौल : बिहार राज्य मध्याह्न भोजन योजना समिति सुपौल द्वारा जिले के दस प्रखंडों में मध्याह्न भोजन योजना के लिए राज्य खाद्य निगम के गोदाम से चावल का उठाव कर विद्यालय के स्टोर तक पहुंचाने के लिए गुरुवार को निविदा निकाली गयी है़ पर, प्रकाशित निविदा पर सवाल खड़े हो रहे है़ं वहीं निविदा प्रकाशित होने के बाद इच्छुक संवेदकों की मुश्किलें काफी बढ़ गयी है़ं इससे संवेदकों में काफी आक्रोश व्याप्त है़
जानकारी अनुसार जिले के विभिन्न प्रखंडो में मध्याह्न भोजन योजना का चावल विद्यालय तक पहुंचाने के लिए प्रत्येक प्रखंड में एक संवेदक का चयन किया जाना है़ संवेदक के चयन हेतु विभाग द्वारा सभी नियम कानून को ताक पर रख कर गुरुवार को निविदा प्रकाशित करवायी गयी है़
निविदा जमा करने के लिए महज को दो दिन का समय दिये जाने से इच्छुक उम्मीदवार निविदा डालने से वंचित रह जायेंगे़ विभाग के इस मनमाने रवैये की वजह से ऐसे आवेदकों में काफी आक्रोश व्याप्त है़ इस मामले को लेकर गुरुवार को डीएम के जनता दरबार में शिकायत भी दर्ज करायी गयी है़
निविदा के लिए शर्त : गुरुवार को प्रकाशित निविदा के अनुसार निविदा डालने के लिए संवेदकों को चरित्र प्रमाणपत्र,आवासीय प्रमाण पत्र, एक लाख रुपये का वैंक गारंटी, दस हजार रुपये का बैंक ड्रॉफ्ट के साथ-साथ आठ ट्रैक्टर अथवा मिनी ट्रक का कागजात, जिसका इंश्योरेंस, फिटनेस, रजिस्ट्रेशन, प्रदूषण प्रमाण पत्र की अद्यतन छाया प्रति संलग्न करते हुए किसी सक्षम पदाधिकारी से वाहन मालिक का इकरारनामा जमा करना आवश्यक बताया गया है़ अब संवेदकों की समस्या यह है कि इस अल्प अवधि में इतनी तैयारी करना संभव नहीं है़
कहते हैं इच्छुक संवेदक : डीएम के जनता दरबार में मामले की शिकायत करने पहुंचे जिले के विभिन्न प्रखंडों से आये संवेदक मनोज कुमार, संतोष कुमार, दीपक कुमार, प्रमोद कुमार, बबलू गोइत आदि ने बताया कि डीपीओ एमडीएम द्वारा किसी खास लोगों को लाभ पहुंचाने की नियत से नियम के विरुद्ध निविदा निकाली गयी है़ संवेदकों ने बताया कि पूर्व में भी इसी प्रकार एमडीएम प्रभारी द्वारा जानबूझ कर इसी प्रकार का खेल खेला जा चुका है़ संवेदकों ने बताया कि नियम के मुताबिक एक वर्ष पूर्व ही निविदा आमंत्रित की जानी थी, लेकिन जिला एमडीएम कार्यालय एवं अधिकारियों की मिलीभगत से फिर इस प्रकार के खेल को अंजाम देने की साजिश है.
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