सिमराही : सहरसा-फारबिसगंज रेलखंड में राघोपुर व थरबिटिया स्टेशन के बीच 01 दिसंबर से लिये गये मेगा ब्लॉक के कारण रेल परिचालन के साथ-साथ आरक्षण काउंटर भी बंद हो गया. इस वजह से आस पास के लोगों को रेलवे आरक्षण के लिए दर-दर का ठोकर खाना पड़ रहा है.आरक्षण काउंटर बंद कर दिये जाने के कारण स्थानीय लोगों में रेलवे के प्रति काफी आक्रोश व्याप्त है और वे इसके विरोध में आंदोलन का मन बना रहे हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि बड़ी रेल लाइन के निर्माण को लेकर राघोपुर से थरविटीया स्टेशन के बीच मेगा ब्लॉक घोषित कर तत्काल रेल परिचालन बंद किया गया.लेकिन आरक्षण काउंटर को बंद करना यहां के लोगों के साथ नाइंसाफी है.लोगों ने रेलवे अधिकारियों से इस फैसले को बदलने की मांग की.अन्यथा इसके विरोध में उग्र आंदोलन किया जायेगा.
2008 में शुरू हुआ था आरक्षण काउंटर तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने दो जुलाई 2008 को यहां के लोगों की असुविधा को देखते हुए एक आरक्षण काउंटर का शुभारंभ किया था.उस समय से अब तक यह काउंटर सुचारु रूप से कार्यरत था.मेगा ब्लॉक के बाद इस काउंटर को भी बंद कर दिये जाने के कारण आसपास के क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
पांच लाख की आबादी प्रभावित राघोपुर रेलवे स्टेशन पर आरक्षण काउंटर की स्थापना होने के बाद आसपास के करीब आधा दर्जन प्रखंडों के करीब पांच लाख से ऊपर की आबादी को यहां आरक्षण की सुविधा मिलती थी.इसके बंद होने के बाद अब लोगों को जिला मुख्यालय में स्थित एक मात्र आरक्षण काउंटर अथवा सहरसा जंकशन पर निर्भर होना पड़ रहा है.
इस वजह से लोगों की परेशानी काफी बढ़ गयी है और लोगों में आक्रोश व्याप्त है.लोगों ने सांसद से की मांग पूर्व उप प्रमुख सतीश कुमार, प्रखंड प्रमुख मंजू देवी,जदयू नेता वैद्यनाथ यादव, प्रखंड जदयू अध्यक्ष प्रो कमल प्रसाद यादव, राजद अध्यक्ष प्रकाश यादव, मो नूर आलम, मो असगर अली, जिप सदस्य रेखा देवी,
विंदेश्वर पांडेय सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के लोग एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने सांसद रंजीत रंजन से स्थानीय लोगों की समस्या को ध्यान में रखते हुए पुन: आरक्षण काउंटर चालू करवाने का अनुरोध किया है.