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पूर्व पैक्स अध्यक्ष व प्रबंधक पर प्राथमिकी

सुपौल: वित्तीय वर्ष 2012-13 में सदर प्रखंड के गोठ बरुआरी पैक्स के तत्कालीन अध्यक्ष व प्रबंधक पर पैक्स का 17 लाख 78 हजार 885 रुपये की वित्तीय अनियमितता करने का आरोप लगा है. इसका खुलासा पैक्स का ऑडिट शुरू होने पर हुआ. दोनों के विरुद्ध सदर थाना में राज्य सहकारी बैंक की बिहट शाखा बेगूसराय […]

सुपौल: वित्तीय वर्ष 2012-13 में सदर प्रखंड के गोठ बरुआरी पैक्स के तत्कालीन अध्यक्ष व प्रबंधक पर पैक्स का 17 लाख 78 हजार 885 रुपये की वित्तीय अनियमितता करने का आरोप लगा है. इसका खुलासा पैक्स का ऑडिट शुरू होने पर हुआ. दोनों के विरुद्ध सदर थाना में राज्य सहकारी बैंक की बिहट शाखा बेगूसराय द्वारा प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. साथ ही तत्कालीन पैक्स अध्यक्ष ने अब तक नवनिर्वाचित पैक्स अध्यक्ष द्वारा अब तक पैक्स का खाता व अन्य कागजातों का हस्तानांतरण नहीं किया गया है, जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है. मालूम हो तत्कालीन पैक्स अध्यक्ष धीरेंद्र प्रसाद सिंह के पुत्र सुरेंद्र प्रसाद सिंह ही उक्त अवधि के दौरान पैक्स प्रबंधक थे.
नहीं चुकाया बैंक के सीसी की रकम : आरोप है कि तत्कालीन पैक्स अध्यक्ष व प्रबंधक ने धान अधिप्राप्ति के लिए बैंक से सीसी कराया. लेकिन समयावधि बीतने के बाद भी ऋण की राशि जमा नहीं करायी गयी. नतीजा है कि पैक्स का सीसी अकाउंट भी लॉक कर दिया है, जिससे पैक्स का कामकाज प्रभावित हो रहा है. वही पैक्स नुकसान में चल रहा है. अकाउंट लॉक हो जाने के कारण पैक्स द्वारा खाद-बीज का उठाव भी संभव नहीं हो सका है.
नहीं मिला धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य : पैक्स का सीसी अकाउंट लॉक हो जाने के कारण वहां किसी प्रकार की लेन-देन भी बंद हो गयी. नतीजा यह हुआ कि जिस धान अधिप्राप्ति के मुद्दे पर सूबे की राजनीति में काफी बवाल मचा. उसी धान अधिप्राप्ति हेतु गोठ बरुआरी पैक्स के लिए लक्ष्य तक निर्धारित नहीं हुआ. किसानों ने औने-पौने दर पर अपने अनाज बिचौलियों के हाथ बेचे.
कागजात का नहीं हुआ हस्तांतरण
पैक्स निर्वाचन हेतु वर्ष अक्तूबर 2014 में चुनाव संपन्न कराया गया. बावजूद अब तक गोठ बरुआरी पैक्स में नवनिर्वाचित पैक्स अध्यक्ष दिनेश कुमार यादव पैक्स का काम-काज करने में असमर्थ हैं. कारण है कि पूर्व पैक्स अध्यक्ष ने अब तक पैक्स से जुड़ा किसी प्रकार का कागजात उपलब्ध नहीं कराया है. लिहाजा वे केवल कागजों पर ही पैक्स अध्यक्ष बन कर रह गये हैं. पैक्स के संपूर्ण प्रभार के लिए वे बार-बार कार्यालय का चक्कर लगाने को मजबूर हैं.
आम लोगों की भी बढ़ गयी परेशानी
गोठ बरुआरी पैक्स की सूची के अनुसार क्षेत्र में 3615 किसान हैं, जो पैक्स में अपना अनाज जमा कराते हैं. इसमें जगतपुर, बरैल, मोहनियां, कजरा और सोनक गांव के किसान शामिल हैं. लेकिन इस बार इन किसानों का धान काफी कम मात्र में बिचौलियों ने ही खरीदा. वही पैक्स क्षेत्र में राशन-केरोसिन की आपूर्ति बरुआरी पूरब पैक्स के माध्यम से हो रही है. नवनिर्वाचित पैक्स अध्यक्ष श्री यादव बताते हैं कि कागजातों के हस्तानांतरण के लिए अधिकारियों के समक्ष कई बार गुहार लगायी गयी है.

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