आंख का इलाज करा कर घर लौट रहे मां व पुत्र काल की गाल में समा गये
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एक साथ उठी मां-बेटे की अर्थी, मचा कोहराम
आंख का इलाज करा कर घर लौट रहे मां व पुत्र काल की गाल में समा गये पंचायत शिक्षक दिलीप व उनकी मां की मौत की जानकारी मंगलवार की सुबह परिजनों को मिली त्रिवेणीगंज : अररिया जिले के नरपतगंज के समीप सोमवार की रात्रि जेसीबी एवं यात्री बस की भीषण टक्कर में थाना क्षेत्र के […]
पंचायत शिक्षक दिलीप व उनकी मां की मौत की जानकारी मंगलवार की सुबह परिजनों को मिली
त्रिवेणीगंज : अररिया जिले के नरपतगंज के समीप सोमवार की रात्रि जेसीबी एवं यात्री बस की भीषण टक्कर में थाना क्षेत्र के मलहनमा वार्ड नंबर 13 निवासी व पंचायत शिक्षक दिलीप कुमार यादव व उनकी मां अमरीका देवी की मौत घटना स्थल पर ही हो गयी. मां-बेटे के मौत की जानकारी मंगलवार की सुबह परिजनों को मिली. जानकारी मिलते ही मृतक परिवार के सदस्य नरपतगंज थाना पहुंच मां-बेटे के शव का पहचान किया. साथ ही दोनों शव को लेकर वापस अपने गांव पहुंचे. घटना के बाद से गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. जानकारी अनुसार थाना क्षेत्र के मलहनमा वार्ड नंबर 13 निवासी जुड़ीलाल यादव के इकलौते पुत्र दिलीप कुमार यादव, जो वर्तमान में पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर 01 मलहनमा खूंट टोला प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक पद पर पदस्थापित थे.
सोमवार को अपनी मां अमरीका देवी को साथ लेकर नेपाल स्थित विराटनगर आंख का इलाज करवाने गये थे. परिजनों ने बताया कि सोमवार की संध्या जब मृतक दिलीप यादव से मोबाइल के माध्यम से बात की गयी तो उन्होंने बताया था कि वे फारबिसगंज पहुंच चुके हैं और यात्री बस का इंतजार कर रहे हैं. पुन: परिजनों द्वारा जब 08 से 11 बजे रात्रि तक मोबाइल पर संपर्क किया गया तो स्वीच ऑफ मिला. परिजनों द्वारा यह अनुमान लगाया जाने लगा कि रात्रि में किसी संबंधी के यहां वे रुक गये होंगे. जब सुबह दिलीप यादव के दुर्घटना में मौत की खबर मिली तो परिजन समेत पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया. सूचना पाकर जब परिजन नरपतगंज पहुंचे तो देखा कि बेटा दिलीप यादव के साथ उसकी मां अमरिका देवी की भी दुर्घटना में मृत्यु हो गयी है. परिजनों ने बताया कि दिलीप यादव के पास मिले कागजात से ही उसका नाम व पता की जानकारी नरपतगंज पुलिस को मिली. तब जाकर इसकी सूचना मृतक के परिवारवालों को दी गयी. मां के आंख के इलाज के लिये सोमवार को घर से निकले दिलीप यादव को क्या पता था कि वापस आने के क्रम में जेसीबी मां-बेटे के लिये काल बन कर खड़ा है. घटना में गांव के लोग मर्माहत हैं.
ढांढ़स बंधाने वालों का लगा तांता: मृतक मां-बेटे के शव मंगलवार को घर पहुंचने के साथ ही परिजनों के बीच कोहराम की स्थिति उत्पन्न हो गयी. दरवाजे के एक बरामदे पर मां-बेटा का एक ही जगह पर शव को देखने ग्रामीण महिला-पुरुष व बच्चों का तांता लगा रहा.
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