दिये निर्देश. मानव शृंखला को लेकर डीएम ने की बैठक, तैयारियों की ली जानकारी
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इस बार फिर उत्साह के साथ तैयार करेंगे मानव शृंखला, सबों का सहयोग जरूरी
दिये निर्देश. मानव शृंखला को लेकर डीएम ने की बैठक, तैयारियों की ली जानकारी सुपौल : समाहरणालय स्थित टीसीपी भवन में मंगलवार को पदाधिकारियों की एक बैठक हुई. जिला पदाधिकारी बैद्यनाथ यादव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में आगामी 21 जनवरी को बाल विवाह एवं दहेज उन्मूलन के समर्थन में मानव शृंखला का निर्माण कराये […]
सुपौल : समाहरणालय स्थित टीसीपी भवन में मंगलवार को पदाधिकारियों की एक बैठक हुई. जिला पदाधिकारी बैद्यनाथ यादव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में आगामी 21 जनवरी को बाल विवाह एवं दहेज उन्मूलन के समर्थन में मानव शृंखला का निर्माण कराये जाने पर चर्चा हुई. डीएम ने गत वर्ष शराबबंदी को लेकर बनायी गयी शृंखला की तरह ही उत्साह एवं लगन के साथ मानव शृंखला निर्माण किये जाने के संबंध में उपस्थित जनप्रतिनिधियों से सहयोग करने का अनुरोध किया.
उन्होंने कहा कि पिछले साल राज्य स्तर से मुख्य मार्ग का निर्धारण किया गया था एवं सब रूट जिला द्वारा निर्धारित किया गया था. इस वर्ष जिला को अपनी सुविधा और आबादी के हिसाब से मानव शृंखला का मार्ग (मेन रूट एवं सब रूट) निर्धारित करना है. शृंखला सभी प्रखंडों को जोड़ते हुए पास के जिले से निर्धारित स्थान पर जुड़ेगी. संपूर्ण राष्ट्रीय मार्ग एवं राज्य मार्ग में मानव शृंखला निर्माण की बाध्यता नहीं है.
ससमय जमा दे प्रतिवेदन. उन्होंने कहा कि सभी बीडीओ अपने- अपने समीप प्रखंड क्षेत्र के बीडीओ से समन्वय स्थापित करते हुए अपने-अपने क्षेत्र का मार्ग निर्धारित कर उसका नक्शा, दूरी एवं विवरणी तैयार कर जिला कार्यालय को जमा दें.
ताकि ससमय जिला का समेकित प्रतिवेदन विभाग को भेजा जा सके. मार्ग निर्धारण में इस बात का ध्यान रखेंगे कि पिछले वर्ष संबंधित प्रखंड क्षेत्र में बनायी गयी शृंखला की लंबाई व उस पर हाथ जोड़े लोगों की संख्या दोनों में कम से कम पांच प्रतिशत की वृद्धि अवश्य हो. डीएम ने कहा कि सड़कों पर कतारें एक ओर होंगी, ताकि अनिवार्य सेवाएं बाधित नहीं हो. मानव शृंखला 21 जनवरी को अपराह्न 12:00 बजे से 12:30 बजे तक लगाया जायेगा. इसके लिए सभी प्रतिभागी 11:45 बजे पूर्वाह्न तक निर्धारित स्थल पर उपस्थित हो जायेंगे एवं सड़क के एक ओर कतारबद्ध होकर 30 मिनट तक एक दूसरे का हाथ पकड़े खड़े रहेंगे.
एडीएम की देखरेख में टीम गठित. डीएम ने जिला स्तर पर कार्य योजना बनाने एवं कार्यान्वयन के लिए अपर समाहर्ता अखिलेश कुमार झा की देखरेख में जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी श्री अनुराग कुमार, जिला कल्याण पदाधिकारी व वरीय उप समाहर्ता ब्रज किशोर लाल टीम गठित की. इन गठित टीम का यह दायित्व होगा कि मानव शृंखला के लिए मार्गों का चयन एवं अन्य गतिविधियों का सूक्ष्म निरीक्षण करते रहेंगे तथा अद्योहस्ताक्षरी को अवगत करायेंगे.
डीएम ने कहा कि इस शृंखला में जिला स्तर पर सभी विभागों के सभी सरकारी, संविदा कर्मी, सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालय, उच्च विद्यालय, उच्चतर विद्यालय, महाविद्यालय, मदरसा, संस्कृत विद्यालय के शिक्षक व कर्मी , आशा दीदी, सेविका, सहायिका एवं छात्र, छात्राएं हिस्सा लेंगे. इसके अतिरिक्त जीविका एवं साक्षरता से जुड़े कर्मी तथा जनप्रतिनिधियों के साथ महिला- पुरुष की भागीदारी आवश्यक है. डीएम ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि कक्षा 01 से 05 तक के बच्चों को शामिल नहीं कराया जायेगा. वर्ग 6 से ऊपर तक के बच्चे मानव शृंखला में भाग लेंगे. साथ ही बच्चों की भागीदारी के लिए बाध्यकारी आदेश निर्गत नहीं किया जायेगा. जिला स्तर पर सभी विभाग के वाहन, एंबुलेंस, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण एवं नगर परिषद, नगर पंचायत के पानी के टैंकर आदि का उपयोग मानव शृंखला में किया जायेगा. शिक्षा विभाग, जीविका, समाज कल्याण विभाग सहित सभी विभागों के सभी कर्मी इसमें प्रतिबद्धता के साथ सहयोग करेंगे. सामाजिक संगठनों, क्लब विभिन्न समूहों, यूनियन का सहयोग भी प्राप्त किया जाये.
करायी जायेगी फोटोग्राफी. 07़ जिले में मानव शृंखला कार्य का दस्तावेजीकरण, फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी पहले की तरह ही करायी जायेगी. इसमें सूचना एवं जनसंपर्क विभाग जिलावार एजेंसी उपलब्ध करायेगा एवं वह एजेंसी जिला पदाधिकारी के पर्यवेक्षण में काम करेंगी. इस कार्यक्रम को शांतिपूर्ण, बिना दुर्घटना के सफल बनाने के क्रम में ट्रैफिक व्यवस्था एवं विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति पुलिस अधीक्षक को दिया गया.
अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी के लिए जिला स्तर से पंचायत स्तर तक बैठक, जनसंपर्क, वाल राइटिंग, माइक्रो प्लानिंग, व्यापक प्रचार-प्रसार को आवश्यक बताया गया. साथ ही गत वर्ष के कार्यानुभव के आधार पर अनुभवी लोगों को इस कार्य से अभी से जोड़े जाने का भी निर्देश दिया. वहीं 200 मीटर पर एक प्रभारी कार्यकर्ता (समन्वयक) और 1 किलोमीटर पर एक सेक्टर इंचार्ज बनाये जाने का निर्णय लिया गया है. इसी तरह प्रखंड के अधीन पूरे मार्ग को सेक्टर, जोन, सुपर जोन में विभक्त कर उसमें योग्य लोगों को प्रभारी के रूप में लगाया जाना है, ताकि मानव शृंखला कहीं टूटे नहीं और लोगों की भागीदारी गत वर्ष से अधिक हो. इसकी जिम्मेदारी सभी बीडीओ को दी गयी.
बैठक में अपर समाहर्ता अखिलेश कुमार झा, अपर समाहर्ता सह- जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अजय कुमार झा, डीडीसी डॉ नवल किशोर चौधरी, जिला के सभी वरीय पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सहित विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव एवं जिले के विभिन्न राजनीतिक दलों के जिलाध्यक्ष यथा रामविलास कामत, संतोष प्रधान, जगदीश प्रसाद यादव, मो खुर्शीद आलम, मो जमाल, मो मक्सुद आलम, युगल किशोर अग्रवाल, भगवान चौधरी एवं बीबीसी ट्रस्ट के प्रतिनिधि उपस्थित थे.
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