सरायगढ़ : पिपराखुर्द पंचायत के वार्ड नंबर 05 निवासी बेचन सुतिहार का पूरा परिवार 21वीं सदी में भी कुआं का दूषित पानी पीने पर विवश है. बेचन की बूढी मां 65 वर्षीया ननियां देवी ने बताया कि वे गत 40 वर्षों से इसी कुआं का पानी पी रही हैं.बीपीएल परिवारों को उपलब्ध कराये जाने वाले चापाकल के लिए वे कई वर्षों तक पंचायत स्तर से लेकर प्रखंड स्तर तक कार्यालय का चक्कर लगाया. लेकिन अब तक उन्हें एक अदद चापाकल उपलब्ध नहीं कराया गया. लाचार व बेबश वृद्धा ने व्यथा सुनाते हुए कहा कि पंचायत प्रतिनिधि से लेकर अधिकारियों तक से चापाकल उपलब्ध कराने की गुहार लगायी. लेकिन नतीजा सिफर रहा.
फिर एक आस जगी कि वर्तमान मुखिया अवधेश साहू उन्हें चापाकल का लाभ उपलब्ध करायेंगे. लेकिन उनका कार्यकाल भी दो वर्ष बीत चुका है. बावजूद इसके वृद्धा को योजना का लाभ उपलब्ध नहीं कराया गया है. वृद्धा ने यह भी बताया कि उनका एकमात्र कमाउ पुत्र बेचन बढ़ई का काम करके अपने परिवार के सात सदस्यों का भरण पोषण कर रहे हैं. वहीं बेचन सुतिहार का कहना है कि उन्हें मजदूरी के सहारे परिवार चलाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. बताया कि चापाकल हेतु एक मुश्त रुपये की जरूरत होती है, जो उनसे संभव नहीं हो पा रहा है.