सिमराही : सरकार व विभाग द्वारा बालिकाओं में शिक्षा के प्रति ललक जगाया जा सके, इसको लेकर कई योजनाएं संचालित है. संबंधित विद्यालय प्रबंधन को भी निर्देश दिया गया है कि योजनाओं का समुचित लाभ छात्राओं को मिले. वहीं दूसरी ओर विद्यालय प्रबंधन की उदासीनता के कारण वर्ष 2016 में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण छात्रा के अभिभावक प्रोत्साहन राशि के लिए विद्यालय सहित शिक्षा कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं. बावजूद विद्यालय प्रबंधन स्थिति स्पष्ट नहीं कर रहा. मामला राघोपुर प्रखंड के सिमराही बाजार स्थित लखीचंद साहू उच्च विद्यालय का है.
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प्राचार्य की लापरवाही से छात्रा को नहीं मिली प्रोत्साहन राशि
सिमराही : सरकार व विभाग द्वारा बालिकाओं में शिक्षा के प्रति ललक जगाया जा सके, इसको लेकर कई योजनाएं संचालित है. संबंधित विद्यालय प्रबंधन को भी निर्देश दिया गया है कि योजनाओं का समुचित लाभ छात्राओं को मिले. वहीं दूसरी ओर विद्यालय प्रबंधन की उदासीनता के कारण वर्ष 2016 में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण छात्रा […]
गौरतलब हो कि स्थानीय गिरीश कुमार की पुत्री अनुष्का कुमारी वर्ष 2016 में मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुई थी. सरकारी स्तर पर छात्रा को प्रोत्साहन राशि के तौर पर 10 हजार रुपये विद्यालय प्रधान के माध्यम से दिया जाना था. गिरीश ने बताया कि कई बार उनकी पुत्री ने विद्यालय प्रधान से मिल कर प्रोत्साहन राशि की मांग की, लेकिन टाल मटोल कर रहे हैं. इसके बाद वे स्वयं विद्यालय प्रधान से मिले. जहां विद्यालय प्रधान ने उन्हें बताया कि प्रोत्साहन राशि से संबंधित कागजात शिक्षा कार्यालय को भेज दिया गया है.
राशि उपलब्ध होते ही योजना का लाभ दिया जायेगा. गिरीश ने बताया कि उक्त योजना का लाभ जब अन्य बच्चों को उपलब्ध कराने के बाद वे विद्यालय प्रधान से मिले तो विद्यालय प्रधान द्वारा समुचित जवाब नहीं दिया गया. इसके बाद उन्होंने विद्यालय प्रधान से शिक्षा कार्यालय को भेजी गयी सूची दिखाने की मांग की. जहां सूची में छात्रा अनुष्का का नाम नहीं था. उन्होंने विद्यालय प्रधान को बताया कि उनके द्वारा संबंधित कागजात 8 मार्च को ही जमा कर दिया गया था. जबकि एचएम द्वारा प्रथम सूची 16 मार्च को एवं द्वितीय सूची 30 मार्च को जिला कार्यालय भेजा गया. बावजूद इसके किसी भी सूची में उनकी पुत्री का नाम नहीं है. इसपर एचएम सुनील कुमार नायक ने बताया कि आपकी पुत्री का नाम सूची में शामिल कर दिया गया है. आप शिक्षा कार्यालय में संपर्क करें. जब शिक्षा कार्यालय से जानकारी ली तो पता चला कि विद्यालय प्रधान द्वारा भेजी गयी सूची में छात्रा अनुष्का का नाम शामिल नहीं है.
विद्यालय प्रधान सुनील कुमार नायक ने बताया कि विद्यालय में कुल 17 बच्चों ने योजना के लाभ के लिए कागजात जमा किया, जिसमें 14 बच्चों का कागजात जिला कार्यालय को भेजा गया. भूल वश छात्रा अनुष्का का कागजात नहीं भेज सके. वंचित छात्र-छात्राओं को अगले आवंटन में समायोजित किया जायेगा.
पिता गिरीश ने विद्यालय प्रधान की मनमानी के खिलाफ सीएम, डीएम एवं डीइओ को एक आवेदन देकर कार्रवाई की गुहार लगायी है. गिरीश ने दिये आवेदन में बताया है कि उनकी पुत्री अनुष्का कुमारी मैट्रिक प्रथम श्रेणी से पास है. विद्यालय प्रबंधन की मनमानी से सरकारी स्तर पर मिलने वाली प्रोत्साहन राशि से उनकी पुत्री वंचित है. उन्होंने विद्यालय प्रधान पर उनकी पुत्री के कागजात को गायब कर देने का भी आरोप लगाया है.
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