सुपौल : प्राणियों के सांस में शिव गुरू बसते हैं. यदि प्रत्येक पल को सजगता से जीये तो जीवन में आनंद ही आनंद है. जो व्यक्ति शिव को गुरू नहीं बनाते हैं. उनके जीवन में दुख ही दुख है. प्रत्येक मनुष्य चाहता है कि उसे सभी प्रकार का सुख मिले. धन, परिवार, निरोग शरीर, दीर्घायु सहित अन्य सुखों को प्राप्त करे.
उक्त बातें सदर प्रखंड के वीणा गांव में गुरूवार को दीदी नीलम आनंद के जन्म दिवस पर आयोजित शिव गुरू परिचर्चा को संबोधित करते हुए गुरू भाई मुसहरू जी ने कही. परिचर्चा में उपस्थित गुरू भाई संजीव ने कहा कि शिष्य की भावना जिस प्रकार की होती है. गुरू भी का संबंध भी उसी प्रकार होता है. वहीं दीदी नीलम आनंद के जन्म दिन पर सभी गुरू भाईयों ने एक-एक पौधा भी लगाया. साथ ही परिचर्चा में उपस्थित लोगों से पौधा लगाने हेतु प्रेरित किया. इस अवसर पर गुरू भाई सीताराम चौधरी, शिव नारायण, जय नारायण, राम किशोर, पंकज, आदित्य आिद मौजूद थे.