नयी तकनीक से बैंक ग्राहक हो रहे ऑनलाइन ठगी के शिकार
पुलिस को अनुसंधान में नहीं मिल रही सफलता
महाराजगंज : आज कल मोबाइल से ऑनलाइन खरीदारी करने का क्रेज बढ़ा है, लेकिन इसी के साथ साइबर क्राइम भी बढ़ता जा रहा है. साइबर अपराधी आपके मोबाइल पर अपने को बैंक अधिकारी बता कर गोपनीय नंबर मालूम करते हैं. इसके बाद बैंक खाते में सेंध मारी कर खरीदारी करते हैं. बैंक द्वारा अपरिचित को पिन कोड नहीं बताने के आग्रह के बाद भी लोग सचेत नहीं हो रहे हैं. इधर पुलिस के लाख प्रयास के बाद भी ऐसे मामलों में अनुसंधान के दौरान पुलिस को कोई खास सफलता नहीं मिल रही है. दर्जनों साइबर क्राइम के मामले महाराजगंज थाने में दर्ज हैं.
कैसे रखें सुरक्षित बैंक खाते : इंटरनेट बैंकिंग और बैंकिग ट्रांजेक्शन कभी सार्वजनिक स्थान जैसे साइबर कैफे, ऑफिस, पार्क, सार्वजनिक मीटिंग और किसी भीड़-भाड़ वाले स्थान पर न करें. इसके लिए अपने पर्सनल कंप्यूटर या लैपटॉप का ही इस्तेमाल करें.बैंकिंग यूजर नेम, लॉगिन पासवर्ड, ट्रांजिक्शन पासवर्ड , ओटीपी, गोपनीय प्रश्नों या गोपनीय उत्तर को अपने मोबाइल, नोटबुक, डायरी, लैपटॉप या किसी कागज पर न लिखें. आप ऐसा पासवर्ड सेट करें, जो आपको आसानी से याद रहे और आपको इसे कहीं लिखने की आवश्यकता न पड़े.
क्या कहते हैं अधिकारी
बैंक किसी भी ग्राहक से गोपनीय पिन नंबर नहीं पूछता है. आम आदमी को साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरूक होना पड़ेगा. बैंक अपने स्तर से सुरक्षा के लिए हर मानक को अपनाता है.
अमरेंद्र कुमार गुप्ता, शाखा प्रबंधक बैंक ऑफ इंडिया, महाराजगंज