सख्ती. डीइओ ने बीइओ के खिलाफ प्रपत्र क गठित कर दी रिपोर्ट
सीवान : दिल्ली में रह कर शिक्षिका के चार वर्ष से वेतन प्राप्त करने के मामले में अब कार्रवाई की आंच प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी तक पहुंचने लगी है. बीइओ की इस मामले में लापरवाही मानते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी विश्वनाथ विश्वकर्मा ने प्रपत्र क का गठन कर शासन के विभागीय निदेशक को कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी है.
ऐसे में मौजूदा बीइओ से लेकर पूर्ववर्ती प्रखंड के पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है. मामला रघुनाथपुर प्रखंड स्थित नया प्राथमिक विद्यालय, कटवार की शिक्षिका नीलम कुमारी के वेतन भुगतान से संबंधित है़
इन पर वर्ष 2012 से अब तक बिना सूचना के विद्यालय से गायब रहने का मामला सामने आया. दिल्ली में रहते हुए चार वर्ष तक लगातार वेतन उठाने तथा इस कार्य में एक अन्य विद्यालय के अध्यापक विनोद कुमार मिश्र की संलिप्तता पर रघुनाथपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है.
इस संबंध में बताया जाता है कि पहली बार शिकायत मिलने पर जिला पदाधिकारी ने डीइओ को जांच का आदेश दिया. इसके बाद डीपीओ सर्वशिक्षा अभियान राजकुमार ने जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया. इसमें नीलम कुमारी व विनोद मिश्र के खिलाफ रिपोर्ट मिलने पर प्राथमिकी बीइओ योगेंद्र प्रसाद ने दर्ज करायी. इसके बाद यह सवाल उठने लगा कि मुकदमा दर्ज करानेवाले बीइओ योगेंद्र प्रसाद की रिपोर्ट पर ही वेतन का भुगतान किया जाता है. लेकिन, इसकी सत्यता उनके द्वारा पता नहीं की गयी. इनके पूर्व भी वर्ष 2012 से अब तक दो बीइओ प्रभारी के रूप में तैनात रहे.
ये सभी लोग अनजान बने रहे. जिला शिक्षा पदाधिकारी विश्वनाथ विश्वकर्मा ने बताया कि सभी जानकारी होने के बावजूद बीइओ योगेंद्र प्रसाद बगैर अपने वरीय पदाधिकारी को सूचना दिये वेतन का भुगतान करते रहे है़ं ऐसे में योगेंद्र प्रसाद की लापरवाही मानते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री विश्वकर्मा ने उनके खिलाफ प्रपत्र क गठित करते हुए शासन में निदेशक प्राथमिक शिक्षा को रिपोर्ट भेज दी है.