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यूपी से होती है शराब की तस्करी

आंकड़ा. औसतन 16 लीटर शराब के साथ पुलिस के हत्थे चढ़ रहे चार आरोपित शराब के कारोबारियों पर नकेल कसने के लिए सीमावर्ती इलाकों पर निगरानी के बावजूद नहीं लग रही रोक जितेंद्र उपाध्याय सीवान : पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बाद से ही यूपी की शराबयहां के प्रशासन के लिए चुनौती बन गयी है. […]

आंकड़ा. औसतन 16 लीटर शराब के साथ पुलिस के हत्थे चढ़ रहे चार आरोपित
शराब के कारोबारियों पर नकेल कसने के लिए सीमावर्ती इलाकों पर निगरानी के बावजूद नहीं लग रही रोक
जितेंद्र उपाध्याय
सीवान : पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बाद से ही यूपी की शराबयहां के प्रशासन के लिए चुनौती बन गयी है. शराब तस्करों पर नकेल कसने के लिए सीमावर्ती इलाके में बनाये गये चेक पोस्ट व नदियों के रास्ते बोट से निगरानी के बाद भी आंकड़े बताते हैं कि हर दिन यूपी से शराब यहां तस्करों के हाथों पहुंच रहे हैं. इस बीच गोपालगंज में शराब से मौत की घटना ने एक बार फिर जिले की पुलिस व उत्पाद विभाग की नींद उड़ा दी है. घटना के बाद से शासन के सख्त फरमान जारी होने को लेकर अब लापरवाह पुलिस व उत्पाद अधिकारियों पर गाज गिरने की चिंता उन्हें सताने लगी है.
राज्य में अप्रैल से पूर्ण शराबबंदी कानून लागू होने के बाद प्रशासन ने यूपी से शराब की तस्करी के आशंका को देखते हुए कई कदम उठाये. लोगों में जागरूकता के लिए जहां अभियान चलाया गया, वहीं जगह-जगह चेकपोस्ट भी निगरानी के लिए खोले गये हैं. इसके अलावा यूपी के प्रशासनिक अधिकारियों से भी वार्ता कर सीमा क्षेत्र में शराब की तस्करी पर रोक लगाने के लिए पहल की गयी
इसका काफी हद तक असर देखने को मिला. इसके बाद भी तस्करों की सक्रियता के कारण प्रशासनिक मंशा लगातार विफल साबित हो रही है. इसका नतीजा है कि प्रत्येक दिन भारी मात्रा में शराब की यूपी से यहां तस्करी होती है. इसका खुलासा आये दिन शराब की बरामदगी व लोगों की गिरफ्तारी से हो रही है.
चार स्थानों पर चेक पोस्ट व नदी में बोट से निगरानी : शराब तस्करी रोकने के लिए अप्रैल में जिले के यूपी से सटे इलाके में चार स्थानों पर चेक पोस्ट खोले गये. इसमें गुठनी- मेहरौना मार्ग पर शिरकलपुर के समीप तथा सीवान-छपरा मुख्य मार्ग पर दरौंदा प्रखंड के लीला साह के पोखरे के समीप चेक पोस्ट खोला गया. उधर यूपी से सटे नौतन प्रखंड के रामपुर में व भगवानपुर प्रखंड के मलमलिया में चेकपोस्ट बनाये गये हैं. इसके अलावा सरयू नदी में दरौली व सिसवन के इलाके में बोट से तस्करों पर नजर रखने का निर्देश है. इस पर तीन दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी व उत्पाद विभाग के कर्मी तैनात किये गये हैं.
जुलाई में सबसे अधिक गिरफ्तार हुए तस्कर : शराब तस्करी के आंकड़ों पर गौर करें, तो जुलाई में सबसे अधिक तस्कर पुलिस व उत्पाद विभाग के हाथों लगे हैं. उत्पाद विभाग की जांच के दौरान सीमावर्ती क्षेत्र से 82 तथा पुलिस विभाग के द्वारा 70 लोग पकड़े गये. इनके पास से भारी मात्रा में शराब बरामद हुई.
इन्हें गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज दिया. ये आंकड़े बताते हैं कि हर दिन तस्करी के शराब का जिले में खपत होती है. इसमें से जो शराब पुलिस के हाथ लगती है, वह मात्र पुलिस के गिनाने के आंकड़े हैं. सूत्रों के अनुसार काफी मात्रा में शराब की खपत शराबियों के बीच हो जाती है. इसी क्रम में अप्रैल में उत्पाद विभाग व पुलिस विभाग ने 45 -45 लोगों को तथा मई में उत्पाद विभाग के हाथ 44, जून में 75 व अगस्त माह में अब तक 36 लोग पकड़े गये हैं. इसी प्रकार पुलिस विभाग के हाथ अप्रैल में 45, मई में 38, जून में 40 तथा अगस्त में प्रथम पखवारे में 58 लोग पकड़े गये हैं.
533 लोगों से 2133 लीटर शराब बरामद : अप्रैल से सीमावर्ती हिस्से में जांच के दौरान 533 लोगों के पास से पुलिस 2133 लीटर शराब बरामद की गयी. इसमें 34.20 लीटर देशी शराब, चुलायी गयी शराब 2085.9 लीटर, विदेशी शराब 8.75 लीटर व चार लीटर बीयर बरामद की गयी है. इसके अलावा जवा-महुआ 26 हजार 161 किलो बरामद किया गया है. इससे कच्ची शराब का निर्माण किया जाता है. ऐसे में आंकड़े बताते हैं कि प्रत्येक दिन औसतन चार लोग 16 लीटर शराब के साथगिरफ्तार हो रहे हैं.
थानाध्यक्षों को बनाया गया जवाबदेह
शराबबंदी के पूर्व जहां भी अवैध रूप से शराब निर्माण की शिकायतें मिलती थीं, वहां नजर रखी जा रही है. सभी थानाध्यक्षों को विशेष निगरानी रखते हुए जवाबदेह बनाया गया है. शराब निर्माण या तस्करी में लिप्त लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी.
सौरभ कुमार साह, एसपी, सीवान
शराब तस्करी को रोकने के लिए हर संभव उपाय किये गये हैं. चेक पोस्ट पर निगरानी के चलते ही तस्करों का मनोबल टूटा है. साथ ही गिरफ्तारी कर कार्रवाई हर दिन की जा रही है.
अविनाश प्रकाश, उत्पाद अधीक्षक
संदिग्ध ठिकानों पर चल रही छापेमारी
गोपालगंज की घटना के बाद हैरत में आयी पुलिस व प्रशासन की टीम हर दिन शराब बनाये जानेवाले संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. इसमें पुलिस के साथ उत्पाद विभाग के अधिकारी भी मौजूद रह रहे हैं.
इसमें दरौली के डुमरहर, गोरयाकोठी के दुघरा, बड़हरिया के दीनदयालपुर, भगवानपुर हाट के मीरजुमला, महाराजगंज के पटेढ़ा, शाहपुर, देवरिया, आकाशीमोड़, आंदर के पचबरवा, सिसवन के कचनार दियरा, दरौंदा के बालबंगरा, मुफस्सिल थाने के उखई, जीरादेई के ठेपहां समेत अन्य कई गांवों पर टीम विशेष नजर रख रही है. इसकी पुष्टि करते हुए उत्पाद अधीक्षक अविनाश प्रकाश कहते हैं कि सभी क्षेत्रों में अभियान चला कर छापामारी की जा रही है, जिससे की अवैध शराब निर्माण को पूरी तरह ध्वस्त किया जा सके.उन्होंने कहा कि इस कार्य में आम लोगों के सहयोग की भी जरूरत है. उनके द्वारा दी गयी सूचना को गोपनीय रखा जायेगा.

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